शुक्रवार, 16 सितंबर 2011

मकान गिरा,जिंदा दफन हुए दो मासूम

मकान गिरा,जिंदा दफन हुए दो मासूम

जयपुर। गुरूवार तड़के करीब चार बजे अपनी मां के साथ सो रहे दो मासूमों पर पूरा का पूरा मकान आ गिरा। अचानक भरभरा कर गिरे कच्चे मकान के मलबे से मां-बच्चों को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब तीन फीट तक खुदाई करने के बाद बच्चों और उनकी मांओं को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक दोनों बच्चों को मौत हो चुकी थी। पुलिस के अनुसार रूक-रूक कर हो रही बारिश के कारण आज तड़के करीब चार बजे बस्सी के मानेसर खेड़ी इलाके में कच्चा मकान ढह गया।

मांओं से लिपटे थे बच्चे : मिली जानकारी के अनुसार गुरूवार तड़के करीब चार बजे मानेसर खेड़ी में एक कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया। मकान में चार साल की लक्ष्मी अपनी मां रेखा देवी और पांच साल का सुनील अपनी मां त्रिवेणी के साथ सो रहा था। पास के दूसरे कच्चे मकान में लक्ष्मी का पिता किशन और सुनील का पिता प्रहलाद अपने माता-पिता के साथ सो रहे थे।

मकान गिरने की आवाज सुनकर प्रहलाद और किशन जाग गए। देखा तो पास वाला मकान धराशायी हो चुका था। गांव वालों ने मकान का मलबा हटाना शुरू किया। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद पूरा मलबा साफ कर लिया गया था। लेकिन मलबा हटने तक लक्ष्मी और सुनील की मौत हो चुकी थी। वहीं लक्ष्मी की मां त्रिवेणी देवी को सकुशल बचा लिया गया, जबकि सुनील की मां को चोट आने के कारण अस्पताल पहुंचाना पड़ा। लक्ष्मी अपने पिता की इकलौती संतान थी।

20 हजार का मुआवजा : एसडीएम चंदगीराम मौके पर पहुंचे और उन्होंने मरने वाले दोनों बच्चों के परिवार को मुआवजे के तौर पर बीस-बीस हजार रूपए देने के लिए कहा। घायलों को ढाई-ढाई हजार रूपए एवं नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था कराने की बात कही।

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