शुक्रवार, 30 सितंबर 2011

बाड़मेर में भी हाथ से गरबा खेलने का ट्रेंड

बाड़मेर गुजरात की तर्ज पर अब बाड़मेर में भी हाथ से गरबा खेलने का ट्रेंड बढऩे लगा है। हालांकि ज्यादातर गरबा डांडियों से खेला जाता है लेकिन ताली गरबा कुछ खास है। तभी प्रत्येक गरबा स्थल पर दो से तीन राउंड ताली गरबा के हो रहे हैं। ताली गरबों में भी तीन ताली और पांच ताली का प्रचलन है। जिनका शहर के बच्चे, युवतियां और महिलाएं लुत्फ उठा रही हैं। इसमें भी मजे कि बात यह कि यह गरबा केवल महिलाएं ही खेलती हैं।

यह है तीन व पांच ताली डांस: गरबा आयोजन के दौरान तीन ताली और पांच ताली डांस का प्रचलन बढ़ रहा है। ये डांस भी अपनी अलग पहचान रखते हैं। हालांकि इसमें स्टेप डांडिया के जैसे ही होते हैं लेकिन हाथों का घुमाव और लय इसमें मधुरता घोल देती है। इसमें पहले ताली बांयी ओर, फिर दांयीं और और अंत में तीसरी ताली घुमाव के साथ ऊपर बजती है। यह डांस अकेले भी किया जा सकता है। जबकि पांच ताली में दो जनों की आवश्यकता रहती है। जो डांडिया की तरह ताली से गरबा खेलते है।

यहां गरबों की धूम

शहर के महावीर नगर में सर्व सिंधी महासभा माल गोदाम रोड पर शिव गरबा समिति, लक्ष्मीपुरा में ढाट माहेश्वरी युवा गरबा समिति, कल्याणपुरा मार्ग नंबर चार पर मां अंबे गरबा समिति और फ्रैंड्स ग्रुप, जांभेजी की गली में मां शेरांवाली गरबा समिति, हिंगलाज मंदिर में खत्री समाज सहित कई गली-मोहल्लों में गरबों का आयोजन किया जा रहा है।



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