सड़कों को दुरुस्त कराने के निर्देश
जैसलमेर में जिला आपदा प्रबंधन प्राघिकरण की बैठक
जैसलमेर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कीगई। इसमें अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त सार्वजनिक परिसंपत्तियों (सड़कों) की आवश्यक मरम्मत एवं पुनरुद्घार प्रस्तावों, वर्षा से आकाशीय बिजली से क्षतिग्रस्त आवासीय मकानों से प्रभावित व्यक्तियों व पशुधन क्षति के बदले प्रभावित व्यक्तियों को सहायता स्वीकृति से संबंधित बिन्दुओं पर चर्चा की गई।
बैठक में खास तौर पर वर्षा से खराब हो चुकी सड़कों की मरम्मत प्राथमिकता से कराने, तकनीकी दृष्टि से सक्षम सड़क निर्माण, डेै्रनेज की बेहतर व्यवस्था, आपदा प्रबंधन से संबंधित तमाम ऐहितियाती उपायों पर पुख्ता कार्रवाई करने पर व्यापक विचार-विमर्श कर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।बैठक में कलेक्टर एम.पी.स्वामी, जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई, जिला प्रमुख अब्दुला फकीर, विधायक छोटूसिंह भाटी, अतिरिक्त कलेक्टर परशुराम धानका, सहायक कलेक्टर ( प्रशिक्षु) जितेन्द्र सिंह नरुका सहित विभिन्न विभागों के जिलाधिकारी उपस्थित थे।बैठक में जिले में वर्षा के बाद की सभी स्थितियों पर चर्चा की गई व विभागों से कहा गया कि वे अपने जिम्मे के कामों का गंभीरता से संपादन करें। बैठक का संचालन करते हुए अतिरिक्त कलेक्टर परशुराम धानका ने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से संबंधित जानकारी दी। कलेक्टर एम.पी. स्वामी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि अब जैसलमेर में वर्षा होने लगी है और ऐसे में अब अति वर्षाजनित खतरों पर भी गंभीरता से ध्यान दिए जाने की जरूरत है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द लोक सुविधाओं के काम कराएं।जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई ने कहा कि वर्षा या अन्य आपदा के तुरंत बाद सड़क, परिवहन आदि पर गंभीरता से ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि बाद की परेशानियां कम हो सकें। इस बारे में बिश्नोई ने आने वाले समय की जरूरतों के हिसाब से पूरी दूरदर्शिता से बुनियादी संसाधनों के निर्माण की आवश्यकता जताई।
जिला प्रमुख अब्दुला फकीर ने वर्षा के बदहाल हो चुकी सड़कों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ दुरस्त कराने को कहा। क्षेत्रीय विधायक छोटूसिंह भाटी ने आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से आधारभूत लोक सुविधाओं व सेवाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया।
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