गुरुवार, 1 सितंबर 2011

देश भर में गणेश चतुर्थी की धूम

देश भर में गणेश चतुर्थी की धूम 
 

जयपुर। छोटी काशी सहित देश भर में गुरूवार को प्रथम पूज्य के जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। मंदिरों में गजानन के दर्शनों के लिए जनसैलाब उमड़ रहा है। विशेषकर मुंबई में दस दिन के समारोह के दौरान घरों और मंदिरों में भगवान गणेश की पूजा की जा रही है।

मुंबई के लाल बाग राजा के दरबार और जयुपर के मोती डूंगरी में सुबह से भक्तों का तांता लगा है। इस भगवान को गणेश को विशेष स्त्रान करवाकर उनकी पूजा-अर्चना करवाई जा रही है। गणपति को सिंदूर का चोला चढ़ाकर वर्क रूपी पोशाक धारण कराई गई। इससे पहले बुधवार को शहर में सिंजारा की धूम रही। गणेशजी को मेहंदी अर्पित कर उसे भक्तों में वितरित किया गया।


मोदकों का भोग
नहर के गणेश मंदिर में गुरूवार को प्रभु को दूर्वा अर्पण, पंचामृत अभिषेक व मोदकों का भोग लगाया जाएगा। गढ़गणेश मंदिर में सुबह पंचामृत, फल रस से अभिषेक के बाद ऋतु पुष्पों से शृंगार किया जाएगा। प्रभु को पारंपरिक व्यंजन चूरमे का भोग लगाया जाएगा। सूरजपोल स्थित श्रीश्वेत सिद्धी विनायक मंदिर में सुबह प्रभु का दुग्धाषिभेक होगा। रावलजी का बाजार स्थित अन्नपूर्णेश्वर महादेव मंदिर, खातीपुरा रोड स्थित गणेश मंदिर, शास्त्री नगर के पीपलीवाले हनुमान मंदिर में गणेशजी का अभिषेक होगा।

चंद्र दर्शन निषेध
शास्त्रों में गणेश चतुर्थी को चंद्रमा दर्शन को निषिद्ध बताया गया है। चंद्रमा को गणेशजी के श्राप के कारण इस दिन चंद्र दर्शन करने से मिथ्या कलंक लगने की आशंका रहती है।

प्रथम पूज्य को मेहंदी अर्पित
गुलाबी नगरी बुधवार को सिंजारे के रंग में रंगी नजर आई। मंदिरों में विघ्नहर्ता को मेहंदी अर्पित की गई। मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में प्रभु का नौ लड़ी शृंगार किया गया। भगवान माणक, मोती, पन्ना के भाव के साथ अलौकिक शृंगार में सोहे। शाम को मंदिर महंत कैलाश शर्मा ने भगवान को मेहंदी अर्पित की। बाद में भक्तों को मेहंदी का वितरण किया गया। नहर के गणेश मंदिर में सुबह पूजा अर्चना के बाद मोदक अर्पित किए गए। भगवान को मोतियों के बंगले में विराजमान किया गया। बंगाली बाबा आश्रम स्थित गणेश मंदिर में महाध्वजार्पण और सूरजपोल बाजार स्थित श्वेत सिद्धि विनायक मंदिर में भगवान को मेहंदी अर्पित की गई।

पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त
ज्योतिषियों के मुताबिक गणपति पूजन का समय मध्याह्न काल और वृश्चिक लगन हो तो श्रेष्ठ होता है। इस बार सुबह 11. 12 से 1.42 बजे तक पूजन का श्रेष्ठ समय रहेगा। इसमें वृश्चिक लगन दोपहर 12.54 से 1.42 बजे तक रहेगा। पूजा में भद्रा का दोष नहीं माना जाता है।

चौघडिया समय
शुभ प्रात: 6.10 से 7.44 बजे, शाम 5.10 से 6.44 बजे
चर, लाभ सुबह 10.53 से व अमृत दोपहर 3.35 बजे

मुख्यमंत्री को लड्डू भेंट : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य में मोती डूंगरी गणेश मंदिर ट्रस्ट की ओर से प्रसादी के रूप में 251 किलो का लड्डू भेंट किया गया।

शुभकामना : राज्यपाल शिवराज पाटिल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने प्रदेशवासियों को गणेश चतुर्थी पर शुभकामना दी है।

महोत्सव आज से
जयपुर महाराष्ट्र मंडल की ओर से 65वां सार्वजनिक श्रीगणेश महोत्सव गुरूवार को सी-स्कीम स्थित महाराष्ट्र भवन में शुरू होगा। महोत्सव के तहत विभिन्न कार्यक्रम होंगे

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