पाकिस्तान सिंध प्रांत के सुक्कूर के पन्नु अकील कस्बे के सुफी मोहल्ला नाम के इलाके में साधु राम नाम के एक स्कूल के गेटकीपर ने स्थानीय कल्होरो समुदाय की एक सात साल की बच्ची को बहला फुसलाकर स्कूल में बुलाने और उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है।मेडिकल रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि के बाद पीड़ित लड़की के परिजनों सहित उनके काबिले वालो ने आरोपी पक्ष के गाँव पर हमला कर दिया , इस घटना के बाद का हिंदू समुदाय पर गु्स्सा फूट पड़ा।
हथियारबंद कबायलियों ने हिन्दुओं के एक समूह पर हमला करने के अलावा कई दुकानों में आग भी लगा दी। पुलिस को मामला शांत कराने के लिए ताकत का इस्तेमाल करना पड़ा। इसमें 2 हमलावरों की मौत हो गई। स्थिति पूरी तरह संभली नहीं है और पुलिस को अभी भी हिंसा भड़कने का डर सता रहा है।
स्थानीय थाना इंचार्ज जावेद आलम ने शनिवार को बताया कि गुरुवार को 2 दर्जन से ज्यादा हथियारबंद लोगों ने पन्नु अकील शहर में हिन्दुओं पर हमला कर दिया। हमलावरों को खदेड़ने के लिए भारी हथियारों के साथ पुलिस बल वहां पहुंचा। वहां हुई गोलीबारी में 2 हमलावर मारे गए और एक पुलिसकर्मी और एक हिन्दू व्यापारी समेत कई लोग घायल हो गए।
शुक्रवार को इलाके का शाही बाज़ार बंद रहा। क्योंकि हिंदू समुदाय को इस बात का डर था कि कहीं कबाइली हमला न कर दें। पूरे इलाके में तनाव की स्थिति थी। सुक्कुर के एसएसपी साकिब इस्माइल मेमन गुरुवार से पन्नु अकील कस्बे में कैंप कर रहे हैं। मेमन के मुताबिक अब हिंसा को सही नहीं ठहराया जा सकता है क्योंकि चौकीदार कब्जे में आ चुका है। एसएसपी के मुताबिक पुलिस ने नाजिर मिरानी और अब्दुल सत्तार दायो नाम के दो लोगों को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है जबकि पांच अपराधी और एक पुलिसकर्मी इसमें घायल हुआ है।
हिंदू समुदाय इस बात पर भरोसा नहीं कर रहा है कि छेड़छाड़ की कोई वास्तविक घटना घटी है। समुदाय को लग रहा है कि यह सब हिंदू समुदाय को परेशान करने के लिए पहले से तय था। गौरतलब है कि इस इलाके में कई बड़े हिंदू कारोबारी रहते हैं। पन्नु अकील की हिंदू पंचायत के पदाधिकारी डॉ. हरिलाल ने बताया, 'स्कूल के प्रिंसिपल को इस घटना की जानकारी दे दी गई थी और वह मौके पर तुरंत पहुंचे, लेकिन लड़की वहां नहीं थी। एक घंटे बाद प्रिंसिपल के पास फोन आया कि लड़की सामने आ गई है और उसके पिता ने मुकदमा दर्ज कराया है। लड़की के पिता सामने नहीं आ रहे हैं। लेकिन उनके पड़ोसियों का कहना है कि उन्होंने चौकीदार को लड़की को अंदर ले जाते हुए देखा है। जब लड़की बहुत ज़्यादा चिल्लाने लगी तभी चौकीदार ने उसे छोड़ा।' तालुका अस्पताल के डॉक्टर ने पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को दिए बयान में कहा कि बलात्कार होने का कोई सुबूत नहीं है। दिसंबर, 2007 में भी करीब सौ हमलावरों ने कस्बे पर हमला करके हिंदुओं की दुकानें लूट ली थीं।
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