भोपाल।। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में एक टीचर ने तीन छात्राओं के बाल इसलिए काट दिए, क्योंकि वे चोटी बांधकर नहीं आई थीं। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। घटना से डरी छात्राओं ने स्कूल जाने से इंकार कर दिया है, जबकि टीचर और एजुकेशन डिपार्टमेंट ने इसे अनुशासनात्मक कार्रवाई बताया है।
नौगांव की हाईस्कूल में पढ़ने वाली तीन छात्राओं के बाल मीता सिंह नाम की टीचर ने काट दिए। एक पीड़ित छात्रा के परिजन अतर सिंह का कहना है कि शिक्षिका ने छात्राओं के बाल सिर्फ इसलिए काट दिए, क्योंकि वे चोटी बांधकर नहीं गई थी। बाल काटने की बजाय उन्हें छात्राओं को समझाना चाहिए था।
वहीं, टीचर मीता का कहना है कि उन्होंने अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत छात्राओं के बाल काटे। वह चाहती हैं कि छात्राएं विद्यालय में अनुशासन में रहें, इसलिए यह कदम उठाया। तीनों छात्राएं अक्सर चोटी बांधने की बजाय बाल खोलकर आती थीं।
जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र शर्मा ने भी इस कार्रवाई को अनुशासन से जोड़ते हुए कहा कि इस प्रकरण की जांच विकास ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर से कराई जा रही है। शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
नौगांव की हाईस्कूल में पढ़ने वाली तीन छात्राओं के बाल मीता सिंह नाम की टीचर ने काट दिए। एक पीड़ित छात्रा के परिजन अतर सिंह का कहना है कि शिक्षिका ने छात्राओं के बाल सिर्फ इसलिए काट दिए, क्योंकि वे चोटी बांधकर नहीं गई थी। बाल काटने की बजाय उन्हें छात्राओं को समझाना चाहिए था।
वहीं, टीचर मीता का कहना है कि उन्होंने अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत छात्राओं के बाल काटे। वह चाहती हैं कि छात्राएं विद्यालय में अनुशासन में रहें, इसलिए यह कदम उठाया। तीनों छात्राएं अक्सर चोटी बांधने की बजाय बाल खोलकर आती थीं।
जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र शर्मा ने भी इस कार्रवाई को अनुशासन से जोड़ते हुए कहा कि इस प्रकरण की जांच विकास ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर से कराई जा रही है। शिक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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