गोपालगढ़ में परिजन शव उठाने को तैयार नहीं
भरतपुर। गोपालगढ़ में शुक्रवार को तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। जिला प्रशासन की ओर से छह शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंपने के काफी मशकत करनी पड़ रही है। चार शव परिजन ले गए हैं, जबकि दो शवों को अस्पताल के शवगृह में सुरक्षित रखा गया है। मृतकों के परिजन विभिन्न मांगों को लेकर अड़े हुए हैं।
आंतरिक तनाव का असर यह है कि करीब एक दर्जन से अधिक गांवों में पलायन शुरू हो गया है। उल्लेखनीय है कि गोपालगढ़ प्रकरण में मृतकों के परिजनों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर पोस्टमार्टम कराने से इनकार करने पर सरकार ने कड़ा रूख अपनाया और स्थानीय लोगों की मौजूदगमी में पोस्टमार्टम कराया।
गुरूवार देर रात तक इरफान, रूकमुद्दीन, इकबाल व मुबारिक के शव को उनके परिजन ले गए। बाकि दो लोगों के परिजनों के न आने के कारण दोनों शव आरबीएम अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया। देर रात तक कई बार प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके परिजनों से समझाइश भी की, लेकिन परिजन मांगों पर अड़े रहे। गुरूवार देर रात को क्षेत्र के गांव आंधबाड़ी में पंचायत भी हुई, लेकिन शवों के उठाने को लेकर सहमति नहीं बन सकी। जिला पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि शवों के उठाने को लेकर परिजनों से समझाइश के प्रयास किए जा रहे हैं। शुक्रवार को शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
भरतपुर। गोपालगढ़ में शुक्रवार को तनावपूर्ण शांति बनी हुई है। जिला प्रशासन की ओर से छह शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंपने के काफी मशकत करनी पड़ रही है। चार शव परिजन ले गए हैं, जबकि दो शवों को अस्पताल के शवगृह में सुरक्षित रखा गया है। मृतकों के परिजन विभिन्न मांगों को लेकर अड़े हुए हैं।
आंतरिक तनाव का असर यह है कि करीब एक दर्जन से अधिक गांवों में पलायन शुरू हो गया है। उल्लेखनीय है कि गोपालगढ़ प्रकरण में मृतकों के परिजनों की ओर से विभिन्न मांगों को लेकर पोस्टमार्टम कराने से इनकार करने पर सरकार ने कड़ा रूख अपनाया और स्थानीय लोगों की मौजूदगमी में पोस्टमार्टम कराया।
गुरूवार देर रात तक इरफान, रूकमुद्दीन, इकबाल व मुबारिक के शव को उनके परिजन ले गए। बाकि दो लोगों के परिजनों के न आने के कारण दोनों शव आरबीएम अस्पताल के शवगृह में रखवाया गया। देर रात तक कई बार प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके परिजनों से समझाइश भी की, लेकिन परिजन मांगों पर अड़े रहे। गुरूवार देर रात को क्षेत्र के गांव आंधबाड़ी में पंचायत भी हुई, लेकिन शवों के उठाने को लेकर सहमति नहीं बन सकी। जिला पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि शवों के उठाने को लेकर परिजनों से समझाइश के प्रयास किए जा रहे हैं। शुक्रवार को शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
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