पुलिस पर मामले को रफा-दफा करने का आरोप
जालोर। लेटा गांव के निकट करीब तीन माह पहले मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत के मामले में परिजनों और समाज के लोगों ने पुलिस पर मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर उन्होंने गुरूवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में बताया कि 22 जून 2011 की रात को लेटा निवासी कालिया पुत्र चूनाराम मीणा मोटरसाइकिल पर गांव की ओर जा रहा था।
उसके साथ गांव का ही मगाराम पुत्र केसाराम मीणा था। रात को एम्बुलेंस द्वारा लगभग डेढ़ बजे अस्पताल ले जाया गया, जहां कालिया को मृत घोषित किया गया। ज्ञापन में बताया कि घटना स्थल पर एक्सीडेंट जैसे हालात नहीं थे।
मौके पर मोबाइल बिखरे पड़े थे तथा उसकी जेब से 50 हजार रूपए गायब थे। जिसके चलते प्रथम दृष्टया हत्या होना प्रतीत हो रहा था। इस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज कराया गया। मामले की जांच उप अधीक्षक जालोर को सौंपी गई।
जिसे बाद में बदलकर एससीएसटी सेल के उप अधीक्षक को दी गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। समाज के लोगों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान पूर्व सरपंच पूनमाराम, कानाराम, जानाराम, पन्नाराम, भैराराम और धूपाराम समेत कई जने मौजूद रहे।
इनका कहना है...
लेटा के युवक की हत्या के मामले की जांच मेरे पास है। रामदेवरा मेले में ड्यूटी व अन्य कारणों के चलते जांच शुरू नहीं कर पाया हूं। वैसे इससे पहले जालोर के पुलिस उप अधीक्षक के पास जांच थी।
- रामदेवसिंह डूकिया
पुलिस उप अधीक्षक (एससी-एसटी सेल), जालोर
जालोर। लेटा गांव के निकट करीब तीन माह पहले मोटरसाइकिल सवार युवक की मौत के मामले में परिजनों और समाज के लोगों ने पुलिस पर मामले को रफा-दफा करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर उन्होंने गुरूवार को जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में बताया कि 22 जून 2011 की रात को लेटा निवासी कालिया पुत्र चूनाराम मीणा मोटरसाइकिल पर गांव की ओर जा रहा था।
उसके साथ गांव का ही मगाराम पुत्र केसाराम मीणा था। रात को एम्बुलेंस द्वारा लगभग डेढ़ बजे अस्पताल ले जाया गया, जहां कालिया को मृत घोषित किया गया। ज्ञापन में बताया कि घटना स्थल पर एक्सीडेंट जैसे हालात नहीं थे।
मौके पर मोबाइल बिखरे पड़े थे तथा उसकी जेब से 50 हजार रूपए गायब थे। जिसके चलते प्रथम दृष्टया हत्या होना प्रतीत हो रहा था। इस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज कराया गया। मामले की जांच उप अधीक्षक जालोर को सौंपी गई।
जिसे बाद में बदलकर एससीएसटी सेल के उप अधीक्षक को दी गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। समाज के लोगों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान पूर्व सरपंच पूनमाराम, कानाराम, जानाराम, पन्नाराम, भैराराम और धूपाराम समेत कई जने मौजूद रहे।
इनका कहना है...
लेटा के युवक की हत्या के मामले की जांच मेरे पास है। रामदेवरा मेले में ड्यूटी व अन्य कारणों के चलते जांच शुरू नहीं कर पाया हूं। वैसे इससे पहले जालोर के पुलिस उप अधीक्षक के पास जांच थी।
- रामदेवसिंह डूकिया
पुलिस उप अधीक्षक (एससी-एसटी सेल), जालोर
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