बेतिया। बेतिया मंडल कारागार के जेल अधीक्षक रमेश चंद्र जायसवाल को डीएसपी को रिश्वत देना महंगा पड़ा। डीएसपी ने जेल अधीक्षक को दो दंडाधिकारियों के समक्ष गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
घटना की पुष्टि करते हुए पश्चिम चंपारण के एसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि सदर डीएसपी शरद कुमार को उनके कार्यालय कक्ष में जेल अधीक्षक छापेमारी नहीं करने के एवज में पांच हजार रुपए रिश्वत देने आए थे। डीएसपी ने इस बात की सूचना गुप्त रूप से डीएम को दी।
सूचना के आधार पर डीएम श्रीधर ने वरीय उपसमाहर्ता विवेक कुमार व सदर अनुमंडलाधिकारी प्रकाश को मौके पर भेजा। जिसके बाद दोनों अधिकारियों के समक्ष जेल अधीक्षक की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान उनके पॉकेट से लिफाफे में रखे हुए पांच सौ के दस नोट पाए गए।
इस बाबत डीएसपी शरद कुमार ने बताया कि जेल अधीक्षक ने जेल में छापेमारी नहीं करने के एवज में 5 हजार रुपए प्रतिमाह रिश्वत देने का ऑफर दिया था। गौरतलब है कि गत तीन माह के अंदर बेतिया मंडल कारागार में 15 बार छापेमारी हुई, जिसमें मोबाइल, चार्जर, नगदी व अन्य कई आपत्तिजनक सामान मिले हैं।
घटना की पुष्टि करते हुए पश्चिम चंपारण के एसपी निशांत कुमार तिवारी ने बताया कि सदर डीएसपी शरद कुमार को उनके कार्यालय कक्ष में जेल अधीक्षक छापेमारी नहीं करने के एवज में पांच हजार रुपए रिश्वत देने आए थे। डीएसपी ने इस बात की सूचना गुप्त रूप से डीएम को दी।
सूचना के आधार पर डीएम श्रीधर ने वरीय उपसमाहर्ता विवेक कुमार व सदर अनुमंडलाधिकारी प्रकाश को मौके पर भेजा। जिसके बाद दोनों अधिकारियों के समक्ष जेल अधीक्षक की तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान उनके पॉकेट से लिफाफे में रखे हुए पांच सौ के दस नोट पाए गए।
इस बाबत डीएसपी शरद कुमार ने बताया कि जेल अधीक्षक ने जेल में छापेमारी नहीं करने के एवज में 5 हजार रुपए प्रतिमाह रिश्वत देने का ऑफर दिया था। गौरतलब है कि गत तीन माह के अंदर बेतिया मंडल कारागार में 15 बार छापेमारी हुई, जिसमें मोबाइल, चार्जर, नगदी व अन्य कई आपत्तिजनक सामान मिले हैं।
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