लखनऊ. बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारियां शुरू कर दी हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन के पीछे भले ही हिंदुत्व संगठनों का हाथ होने की बात दबी जुबान से की जा रही हो लेकिन इस आंदोलन से उठी देशव्यापी लहर को भुनाने के लिए पार्टी ने राज्य में दो रथ यात्राएं निकालने का फैसला किया है।
बीजेपी के एक नेता ने बताया कि यह सभी को पता है कि अन्ना के आंदोलन में हमारी कई शाखाएं साथ दे रही थीं लेकिन हमारे आलाकमान को यह भरोसा नहीं है कि इससे राज्य में पार्टी की लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ा है। इसलिए पार्टी चाहती है कि रथयात्राओं के बहाने इसका अंदाजा लगाया जाए कि इस आंदोलन से पार्टी को कितना फायदा हुआ है।
राज्य विधानसभा चुनावों के प्रभारी और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया कि रथ यात्राएं मथुरा और वाराणसी से 13 अक्टूबर को शुरू होंगी। नकवी ने कहा, ‘70 घंटे की मथुरा से लखनऊ की यात्रा में 1245 किलोमीटर की दूरी तय होगी जबकि वाराणसी से शुरू होने वाली यात्रा 1300 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए 69 घंटे में खत्म होगी। ये दोनों यात्राएं लखनऊ में ही 21 नवंबर को खत्म होंगी।’
इन दो बड़ी यात्राओं के अलावा 350 छोटी-छोटी यात्राओं की भी योजना है।
सूत्रों का कहना है कि एक यात्रा की अगुवाई पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और मौजूदा उपाध्यक्ष विनय कटियार करेंगे वहीं दूसरी यात्रा की अगुवाई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कलराज मिश्र और साध्वी उमा भारती करेंगे। पार्टी के एक नेता ने नाम उजागर नहीं किए जाने की शर्त पर कहा, ‘राजनाथ सिंह पार्टी का ठाकुर चेहरा हैं जबकि कलराज ब्राह्मण वोट बैंक बढ़ाने में मदद करेंगे। फायरब्रांड हिंदूवादी नेताओं के तौर पर पहचान बना चुके कटियार और भारती इन दोनों नेताओं की मदद करेंगे।’
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