सोमवार, 12 सितंबर 2011

विख्यात शक्तिपीठ वाकलधाम विरात्रा ....मां के दरबार में लगा भक्तों का तांता




विख्यात शक्तिपीठ वाकलधाम विरात्रा मां के दरबार में लगा भक्तों का तांता


विख्यात शक्तिपीठ वाकलधाम विरात्रा के तीन दिवसीय मेले के दूसरे दिन रविवार को अलसुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। दोपहर के समय मंदिर परिसर में लंबी कतारें नजर आई। मां के दरबार में रविवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं ने मत्था टेक धोक लगाई और मन्नत मांगी।
मुख्य मंदिर के अलावा विरात्रा ट्रस्ट के अधीन आने वाले गढ़ मंदिर, जूना विरात्रा, वैर माता, तोरणिया माता तथा दादा भीयड़ के मंदिरों पर दिनभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। ट्रस्ट के अध्यक्ष भैरसिंह सोढ़ा ने बताया कि वाकलधाम के तीन दिवसीय मेले के दूसरे दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में धोक लगाकर मन्नत मांगी। मेले में बाड़मेर, जोधपुर, जयपुर, कोटा, सांचोर, अहमदाबाद सहित विभिन्न क्षेत्रों से और नेपाल के नंदवाना ब्राह्मण समाज के हजारों श्रद्धालु शरीक हुए। वहीं सोमवार को मेले का समापन होगा।
ट्रस्ट ने संभाली व्यवस्थाएं : विरात्रा मेले में दर्शनार्थियों के लिए ट्रस्ट की ओर से माकूल इंतजाम किए गए। मेला स्थल पर स्वास्थ्य, पानी, बिजली तथा यातायात व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए। वहीं प्रशासनिक टीम ने चौबीस घंटे व्यवस्थाओं को मॉनिटरिंग की।
जमकर की खरीदारी
मेला स्थल पर विभिन्न दुकानों और स्टालों पर दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। जहां बच्चों ने खाने-पीने का लुत्फ उठाया, वहीं महिलाओं ने चूड़ी और घरेलू सामान की जमकर खरीदारी।
जागरण में बही भक्ति की सरिता
तीन दिवसीय वांकल विरात्रा मेले के दौरान रोजाना रात्रि जागरण का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार रात जागरण में कलाकारों की ओर से दी गई भजनों की प्रस्तुति पर देर रात तक श्रद्धालु जम रहे। वहीं रविवार रात को भी जागरण का आयोजन हुआ।



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