भागलपुर. 'न उम्र की सीमा हो... न प्यार का हो बंधन'....कुछ इसी तर्ज पर एक 15 वर्षीय लड़के धनंजय मंडल और पड़ोस में रहने वाली छत्तीस वर्षीय भाभी नुपूर (काल्पनिक नाम) के बीच इश्क-मोहब्बत हो गई।
यह एक तरफा प्यार नहीं था, बल्कि आग दोनों तरफ बराबर लगी हुई थी। लेकिन जमाने से छुप-छुप कर मिलना लंबे समय तक रहस्य नहीं रह सका और समाज के सामने इसका भंडा फूट गया। अब इसके किस्से लोगों की जुबां पर हैं। मामला बिहार के भागलपुर जिले के गोराडीह थाना क्षेत्र स्थित सुदूर देहाती क्षेत्र बभनगामा मिल्की गांव का है।
कब हो गईं आंखें चार, पता भी नहीं चला
गांव का धनंजय मंडल अपने पड़ोसी दिलीप मंडल की पत्नी के साथ दिल हार बैठा। दिलीप मंडल दिल्ली में मजदूरी का काम करता है। पत्नी नुपूर को अकेलापन महसूस न हो, इसके लिए उसने एक टेलीवीजन घर में लगा दिया था। गांव में बहुत कम लोगों के पास टीवी रहने के कारण पड़ोस का धनंजय भी उसके घर आता-जाता रहता था। इसी दौरान दोनों की आंखें कब चार हो गईं, इस बात का पता भी दोनों को न चल सका।
भाभी ने कराई लड़के पर प्राथमिकी
ये दोनों छिप-छिप कर मिलते रहते थे। लेकिन, गुरुवार को इन दोनों को लोगों ने रंगेहाथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया और जमकर धनंजय की धुनाई कर दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे भागलपुर के मायागंज के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है।
जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। उधर, ज़माने के सामने भेद खुलने के बाद और अपनी लाज बचाने के लिए नुपूर ने उक्त लडक़े पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए गोराडीह थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। बहरहाल, देवर-भाभी के इस नाजायज रिश्ते की चर्चा सर्वत्र हो रही है।
यह एक तरफा प्यार नहीं था, बल्कि आग दोनों तरफ बराबर लगी हुई थी। लेकिन जमाने से छुप-छुप कर मिलना लंबे समय तक रहस्य नहीं रह सका और समाज के सामने इसका भंडा फूट गया। अब इसके किस्से लोगों की जुबां पर हैं। मामला बिहार के भागलपुर जिले के गोराडीह थाना क्षेत्र स्थित सुदूर देहाती क्षेत्र बभनगामा मिल्की गांव का है।
कब हो गईं आंखें चार, पता भी नहीं चला
गांव का धनंजय मंडल अपने पड़ोसी दिलीप मंडल की पत्नी के साथ दिल हार बैठा। दिलीप मंडल दिल्ली में मजदूरी का काम करता है। पत्नी नुपूर को अकेलापन महसूस न हो, इसके लिए उसने एक टेलीवीजन घर में लगा दिया था। गांव में बहुत कम लोगों के पास टीवी रहने के कारण पड़ोस का धनंजय भी उसके घर आता-जाता रहता था। इसी दौरान दोनों की आंखें कब चार हो गईं, इस बात का पता भी दोनों को न चल सका।
भाभी ने कराई लड़के पर प्राथमिकी
ये दोनों छिप-छिप कर मिलते रहते थे। लेकिन, गुरुवार को इन दोनों को लोगों ने रंगेहाथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया और जमकर धनंजय की धुनाई कर दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने उसे भागलपुर के मायागंज के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है।
जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। उधर, ज़माने के सामने भेद खुलने के बाद और अपनी लाज बचाने के लिए नुपूर ने उक्त लडक़े पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए गोराडीह थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। बहरहाल, देवर-भाभी के इस नाजायज रिश्ते की चर्चा सर्वत्र हो रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें