बताइए, कहां गए 41 लाख रुपए? 11 महीने बाद हुई नगरपालिका की साधारण बैठक, पार्षदों ने कहा - शहर में नहीं हो रहे विकास कार्य, 41 लाख खर्च होने के बावजूद शहर में सही नहीं हुई सड़कें जालोर नगरपालिका बोर्ड की शुक्रवार को हुई बैठक भ्रष्टाचार समेत विकास कार्यों को लेकर हंगामे की भेंट चढ़ी रही। पहले दिल्ली बम धमाके में मृतकों को श्रद्धांजलि देने के बाद एक बार स्थगित हुई बैठक जब दुबारा शुरु हुई तो ना केवल विपक्ष में बैठे भाजपाई पार्षदों ने विकास कार्यों पर सवाल उठाए बल्कि कांग्रेस के भी अनेक पार्षदों ने कहा कि शहर में सभी विकास कार्य ठप पड़े हैं और रोड लाइट से लेकर सफाई कार्य तक नहीं हो रहे हैं। भाजपा के पार्षदों ने पूछा कि जब सड़कों की मरम्मत पर 41 लाख खर्च किए गए हैं तो वे रुपए गए कहां? क्योंकि आज भी शहर की सभी सड़कें क्षतिग्रस्त पड़ी हैं। इससे पूर्व बैठक पालिकाध्यक्ष इंदू परिहार की अध्यक्षता में हुई। शुरुआत में नगरपालिका अधिशासी अधिकारी ब्रजमोहन त्रिपाठी ने गत बैठक की कार्यवाही का विवरण पेश किया। इसके बाद पार्षदों ने एजेंडे में शामिल विभिन्न दस मुद्दों पर चर्चा की। बैठक के दौरान प्रतिपक्ष नेता मंजू सोलंकी, बीजेपी पार्षद राकेश सोनी, वर्षा दवे व मुन्नी देवी समेत मौजूद सभी भाजपा पार्षदों ने नया बस स्टैंड के पास अनुमोदित व्यवसायिक योजना में भूखंडों की नीलामी के लिए बने ले-आउट प्लान पर आपत्ति जताई। इसी प्रकार पालिका परिसर में दुकानें बनाने के मुद्दे पर पूरे बोर्ड ने आपत्ति जताई। शहर के विभिन्न वार्डों में मरम्मत कार्य व रोडलाइट समेत विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर सभी ने एकमत होकर विचार रखे। बैठक में सभी सवालों का जवाब ईओ द्वारा देने पर नेता प्रतिपक्ष ने आपत्ति जताई और कहा कि जब अध्यक्ष बैठी हैं तो जवाब भी उन्हीं को देना चाहिए। इस दौरान पालिका उपाध्यक्ष ईश्वर मेहता, पार्षद महेंद्र अग्रवाल, सुरेंद्र विश्नोई, जगदीश आर्य, नवीन मेवाड़ा, जुबैदा बानो, वाईदुल्ला खां, शांति देवी, पिंकी देवी, शारदा देवी, मंजू वैष्णव, दुर्गाराम मेघवाल व योगेश कुमार समेत काफी पार्षद मौजूद थे। नाडी में डूबी महिला की मौत रामसीन सीकवाडा मार्ग पर शुक्रवार शाम को शोच के लिए गई एक महिला की नीबका नाडी में डूबने से मौत हो गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीण महिला को नाडी से बाहर निकालकर अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उसने दम तोड़ दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मांडोली निवासी शंकरलाल मेघवाल की पत्नी बादली देवी (४५) शाम करीब साढ़े ५ बजे शोच के लिए नीबका नाडी गई थी। इस दौरान वह नाडी में गिर गई और पानी अधिक होने के कारण डूबने से उसकी मौत हो गई। कुछ दूरी पर खड़े ग्रामीणों को इसकी भनक लगी तो वे दौड़कर घटनास्थल पहुंचे और महिला को बाहर निकालकर राजकीय प्राथमिक स्वास्थय केंद्र लेकर गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। |
शनिवार, 10 सितंबर 2011
जालोर न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे 10 September
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