लखनऊ। शादी शुदा युवती के सिर पर प्रेम इस कदर हावी हो गया कि उसने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। युवती का पति घर में सो रहा था उसी वक्त पत्नी का प्रेमी वहां आ गया और दोनों ने मिलकर पति सियाराम की गला दबाकर हत्या कर दी। दोनों शव को ठिकाने लगाने की फिराक में थे लेकिन तब तक सियाराम के भाई की नजर उन लोगों पर पड़ गयी और उसने पुलिस को सूचना दे दी जिससे दोनों पकड़ लिए गये। अलीगढ़ जिले में हुर्ई इस घटना के बाद से ही इलाके में सनसनी फैल गयी।
अलीगढ़ जिले के देहलीगेट थानान्तर्गत प्रेमनगर हजीरा मोहल्ला में सियाराम अपनी पत्नी छोटी के साथ रहता था। सियाराम का पता भी नहीं था उसकी पत्नी व नगला मसानी निवासी धमेन्द्र के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा है। दोनों एक दूसरे से मिलते थे और दोनों के बीच अवैध सम्बंध भी थे। छोटी चाहती थी कि वह सियाराम को छोड़कर धमेन्द्र के साथ विवाह कर ले इसके लिए उसने सियाराम की हत्या की साजिश रची। सियाराम घर पर सो रहा था इतने में धमेन्द्र सियाराम के घर आ पहुंचा। छोटी ने दरवाजा खोलकर धमेन्द्र को भीतर बुलाया और दोनों ने मिलकर सो रहे सियाराम का गला उसके गमछे से दबा दिया।
कुछ ही देर में सियाराम की मौत हो गयी। धर्मेन्द्र छोटी के साथ मिलकर सियाराम के शव को ठिकाने लगाने की सोच रहा था कि पड़ोस में रहने वाला सियाराम का भाई योगेन्द्र सिंह वहां आ गया। उसने देखा की सियाराम मरा पड़ा उसे समझते देर न लगी उसने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस को दे दी। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गयी।
पुलिस ने छोटी व घर्मेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछने पर धमेन्द्र ने सारी हकीकत बयां कर दी। धर्मेन्द्र अक्सर सियाराम के घर आता जाता था, जिसको लेकर सियाराम का अपनी पत्नी छोटी से अक्सर विवाद हो जाता था। विवाद के चलते धर्मेन्द्र ने उसकी हत्या की साजिश की जिसमें छोटी ने उसका साथ दिया।
अलीगढ़ जिले के देहलीगेट थानान्तर्गत प्रेमनगर हजीरा मोहल्ला में सियाराम अपनी पत्नी छोटी के साथ रहता था। सियाराम का पता भी नहीं था उसकी पत्नी व नगला मसानी निवासी धमेन्द्र के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा है। दोनों एक दूसरे से मिलते थे और दोनों के बीच अवैध सम्बंध भी थे। छोटी चाहती थी कि वह सियाराम को छोड़कर धमेन्द्र के साथ विवाह कर ले इसके लिए उसने सियाराम की हत्या की साजिश रची। सियाराम घर पर सो रहा था इतने में धमेन्द्र सियाराम के घर आ पहुंचा। छोटी ने दरवाजा खोलकर धमेन्द्र को भीतर बुलाया और दोनों ने मिलकर सो रहे सियाराम का गला उसके गमछे से दबा दिया।
कुछ ही देर में सियाराम की मौत हो गयी। धर्मेन्द्र छोटी के साथ मिलकर सियाराम के शव को ठिकाने लगाने की सोच रहा था कि पड़ोस में रहने वाला सियाराम का भाई योगेन्द्र सिंह वहां आ गया। उसने देखा की सियाराम मरा पड़ा उसे समझते देर न लगी उसने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस को दे दी। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गयी।
पुलिस ने छोटी व घर्मेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा कड़ाई से पूछने पर धमेन्द्र ने सारी हकीकत बयां कर दी। धर्मेन्द्र अक्सर सियाराम के घर आता जाता था, जिसको लेकर सियाराम का अपनी पत्नी छोटी से अक्सर विवाद हो जाता था। विवाद के चलते धर्मेन्द्र ने उसकी हत्या की साजिश की जिसमें छोटी ने उसका साथ दिया।
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