शुक्रवार, 12 अगस्त 2011

तस्कर मुबारक ने एटीएस की पूछताछ में मौन साध लिया


बाड़मेर  सीमा पार से हथियारों और आरडीएक्स की खेप मंगाने वाले तस्कर मुबारक ने एटीएस की पूछताछ में मौन साध लिया है। गौरतलब है कि दो साल पहले सदर थानाधिकारी रमेश शर्मा ने मारुडी सरहद से भारी मात्रा में हथियारों और बारुद की खेप बरामद की थी। 
सीमा पार से तस्करी के आरोप में एक के बाद गिरफ्त में आ रहे तस्करों से जारी पूछताछ में एटीएस को फिलहाल कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई है। इस मामले में हाल ही में जैसलमेर पुलिस की ओर से पकड़े गए तस्कर मुबारक से बाड़मेर में एटीएस पूछताछ कर रही है।
पहले करता था, अब नहीं
सूत्रों के मुताबिक एटीएस की पूछताछ में तस्कर मुबारक ने बीस साल पहले तस्करी में लिप्त होने की बात तो स्वीकार की है लेकिन वर्ष 09 में पाकिस्तान से आई आरडीएक्स व हथियारों की खेप में खुद का हाथ होने से साफ इंकार कर दिया है। जानकारी के मुताबिक पूर्व में मुबारक पास पोर्ट के आधार पर पाकिस्तान जा चुका है।
क्या क्या मिला
 
8 सितंबर 2009 को तत्कालीन एसपी नवज्योति गोगाई के निर्देश पर सदर थानाधिकारी रमेश शर्मा ने जिले के मारुड़ी सरहद में दबिश देकर पाकिस्तान से लाई गई आरडीएक्स, विदेशी पिस्टल, डेटोनेटर, टाइम डिवाइस, कॉरडेक्स वायर सहित एक हजार से ज्यादा कारतूस बरामद किए थे। 
उर्दू में लिखा फार्मूला
सदर पुलिस को पाकिस्तान से आए विस्फोटक और हथियारों की खेप के साथ उर्दू जुबां में लिखा एक कागज भी मिला था। खेप भेजने वालों ने आरडीएक्स और वायर को जोडऩे के तरीके भी लिख कर भेजा था। यकीनन पुलिस को सफलता नहीं मिलती तो देश में कहीं बड़ा धमाका करने में यही खेप काम आती।
 
ये आए गिरफ्त में
हथियारों और आरडीएक्स की खेप के मामले में अब तक नजीर, सोढ़ा उर्फ लुणिया, नजीर, जगमोहन, खानू खां उर्फ खानिया, कला खां, मुबारक, गुला खां, रमदा खां व मुसा खां को पुलिस और एटीएस टीम ने गिरफ्तार किया है।
ञ्चपूछताछ जारी है लेकिन अभी इसे लेकर कोई खास जानकारी नहीं मिली है।
राजेंद्र ओझा, डीएसपी, एटीए

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