शुक्रवार, 19 अगस्त 2011

पुनर्जन्म की अजब कहानी, पिछले जन्म की बब्बू इस जन्म में लक्ष्मी

अबोहर . पुनर्जन्म का एक और मामला इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। करीब डेढ़ वर्ष में पुनर्जन्म से जुड़ा यह दूसरा मामला अबोहर उपमंडल में सामने आया है। गांव जंडवाला हनुवंता के किसान किरपाल सिंह की 12 वर्षीय बेटी लक्ष्मी की बातों पर यकीन करें तो उसका पिछला जन्म इसी उपमंडल के गांव बहावलवासी में हुआ था।
जंडवाला हनुवंता के एक स्कूल में 8वीं कक्षा में पढ़ने वाली किरपाल सिंह की बेटी लक्ष्मी काफी समय से गांव बहावलवासी जाने के लिए जिद कर रही थी। अकसर बचपन से ही लक्ष्मी अपने पिछले जीवन की बातें परिवार के सदस्यों को बता रही थी, लेकिन परिवार के लोगों ने उसकी बातों को अहमियत नहीं दी। आखिर तंग आ चुके परिजन उसे बुधवार को गांव बहावलवासी ले ही आए।
पिछले जन्म की कहानी

बहावलवासी गांव के बस अड्डे पर परिजनों के साथ पहुंची लक्ष्मी ने घर का रास्ता खुद बताया। घर में घुसते ही पिछले जन्म के पिता जगसीर सिंह को देखकर बताया कि ये मेरे पिता थे। अपने दो भाइयों को भी पहचाना व तपाक से पूछा कि आंगन में लगा जामुन का वृक्ष कहां है। लक्ष्मी ने बताया उसका नाम बब्बू था और 26 साल की उम्र में दिल की बीमारी के कारण उसकी मौत हो गई था।
लक्ष्मी के पिछले जन्म के भाई गगनदीप ने पहले तो पुनर्जन्म की बात को मानने से इनकार कर दिया, लेकिन बोली व चेहरे पर लगे चोट के एक निशान को देखकर उसने भी उसे बब्बू के रूप में स्वीकार कर लिया। बेशक वैज्ञानिक दृष्टि से यह साबित होना मुश्किल है, लेकिन लक्ष्मी को बब्बू के रूप में पिछले जन्म के माता-पिता स्वीकार करने में नहीं हिचकिचा रहे। फिलहाल यह मुद्दा इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें