शनिवार, 13 अगस्त 2011

सरहद पर झमाझम

सरहद पर झमाझम
बाड़मेर। पश्चिमी सरहद के गांवों में झमाझम बारिश की ऎसी सरगम छिड़ी की धोरा धरती तरबतर हो गई। गडरारोड और रामसर क्षेत्र के गांवों मे अच्छी बारिश ने किसानों व पशुपालकों के चेहरे खुश कर दिए है। सीमावर्ती क्षेत्र कई दिनों से बारिश का इंतजार कर रहा था। सावन मेे भी धोरों में धूल उड़ रही थी। शुक्रवार को मौसम पलटा। पश्चिमी सरहद के गांवों में आज दिन में डेढ़ घंटा तक हुई बारिश ने धोरा धरती में पानी के नाले शुरू कर दिए। गडरारोड में 76 व रामसर में 74 मिमी बारिश दर्ज की गई है। शिव में 13 मिमी बारिश हुई।

धोरे ओढ़ेंगे धानी चुनर
बारिश ने धोरों की सुनहरी मिट्टी पर लालिमा ला दी है। आने वाले कुछ ही दिनों में धोरों पर धानी चुनर ओढ़ लेंगे। ऎसे मेे संपूर्ण थार की तस्वीर ही बदलने वाली है।

शिव. दशकों से मूलभूत सुविधाओं से वंचित एवं सावन मास के अन्तिम दिनों तक बारिश की एक-एक बूंद के मोहताज डीएनपी के वाशिन्दों को शुक्रवार को मूसलाधार बारिश का तोहफा मिला।

सुबह करीब साढ़े सात शुरू हुई मूसलाधार बारिश करीब तीन घण्टे चली उसके बाद दोपहर तक बूंदाबांदी चलती रही।
मूंगेरिया, लाखा, बालासर, जुडिया, झणकली, हरसाणी, गडरारोड, गिराब, असाडी, उनरोड, खबडाला, राणासर, खानियानी, बन्धड़ा एवं बिजावल सहित आसपास के कई गांवों में जोरदार बारिश हुई है।

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