गुरुवार, 18 अगस्त 2011

'अन्‍नागीरी' से पाकिस्‍तान में हिलेगी सरकार?

नई दिल्ली. भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए मजबूत लोकपाल की मांग कर रहे अन्ना हजारे के मुरीद अब सिर्फ भारतीय ही नहीं हैं बल्कि पडो़सी देश पाकिस्तान में भी उनके चाहने वालों की तादाद बढ़ रही है। पाकिस्तान में न सिर्फ अन्ना के समर्थक बढ़ रहे हैं बल्कि वहां कुछ लोग उनकी राह पर चलने के लिए भी तैयार हो गए हैं। ६८ साल के ऐसे ही शख्स जहांगीर अख़्तर अन्ना से इतने प्रभावित हैं कि १२ सितंबर से उन्होंने पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ भारतीय जनलोकपाल जैसा कानून लाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला किया है।

इस्लामाबाद में फोटोग्राफी से जुड़ा कारोबार करने वाले अख़्तर का मानना है कि पाकिस्तानी की असेंबली में पेश होने वाला बिल जनलोकपाल जैसा होना चाहिए। इससे पहले भी वह एक बार २२ दिन और एक अन्य मौके पर ८ दिन की भूख हड़ताल कर चुके हैं। अख़्तर अन्ना हजारे की टीम की भारत में मजबूत लोकपाल बिल पास करने की मांग का समर्थन करते हैं। उन्होंने मजबूत लोकपाल की आम भारतीयों की मांग के बारे में कहा, भारतीय लोग कह रहे हैं तो होना चाहिए। अख़्तर चाहते हैं कि भारत सरकार भारतीयों की आवाज़ सुने। अन्ना के समर्थन में उमड़े लोगों की तस्वीरें देखने के बाद अख्तर मानते हैं कि ७४ साल के गांधीवादी अन्ना हीरो के तौर पर उभर चुके हैं।

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