शनिवार, 6 अगस्त 2011

कोटा में तीन मंजिला मकान ढहा बालिका समेत दो की मौत



कोटा में तीन मंजिला मकान ढहा बालिका समेत दो की मौत


कोटा साजीदेहड़ा में एक निर्माणाधीन मकान के ढहने से एक बालिका सहित दो जनों की मौत हो गई। हादसे में तीन जने मलबे में दबे थे। इनमें से बालिका को घायलावस्था में मलबे से निकाला। अस्पताल पहुंचाया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। एक अन्य महिला को साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद मलबे से मृत अवस्था में निकाला जा सका। मलबे में दबी एक महिला अभी सुरक्षित है।


पुलिस व प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ठेले पर बॉडी बनाने का कार्य करने वाले अब्दुल हमीद ने लगभग दो माह पहले ही साजीदेहड़ा में दो मंजिला मकान खरीदा था। इस पर तीसरी मंजिल का निर्माण कराया जा रहा था। शुक्रवार की शाम लगभग सात बजे करीब हमीद की बहू सायरा कपड़े धो रही थी।
  पोती शिरीन वहां खेल रही थी। तभी छत का चूना गिरने की आवाज आई। वहां मौजूद हमीद की पत्नी शहजादी ने बाहर निकलकर चूना गिरते देखा तो बहू व पोती को बाहर निकलने के लिए आवाज लगाई। वे दोनों बाहर आते इससे पहले ही मकान की ऊपरी छत भरभराकर नीचे आ गिरी। पोती शिरीन व बहू सायरा दब गई। शहजादी भी मलबे की चपेट में आ गई। आवाज सुनकर भगदड़ मच गई। लोगों ने तत्काल मलबा हटाना शुरू किया। शहजादी बाहरी हिस्से में दबने से तुरंत बाहर आ गई। शिरीन को राहत कर्मियों ने कुछ ही समय में बाहर निकाल लिया। उसकी एमबीएस अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। सायरा को जीवित नहीं निकाला जा सका।


निकालने के लिए राहत कर्मियों को साढ़े तीन घंटे की मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन उसे जीवित नहीं निकाला जा सका।
 
10 दिन पहले ही लाए थे बहू
 
घटनास्थल पर मौजूद अब्दुल हमीद की पुत्री किशोरपुरा निवासी रमजीदा ने बताया कि उसका भाई हसमुद्दीन आठ दस दिन पहले ही कैथून की सायरा से निकाह करके लाया था। उसकी पहली पत्नी को उसने छोड़ दिया था। हादसे के समय हसमुद्दीन घर पर नहीं था।
 
दो घंटे बाद पहुंची जेसीबी
 
घटना की सूचना मिलने के बाद भी दो घंटे तक मलबा हटाने के लिए जेसीबी नहीं पहुंच पाई। इसके पीछे घटनास्थल के तंग स्थान पर होना बताया गया है। सूचना मिलने पर महापौर डॉ. रत्ना जैन, उपमहापौर राकेश सोरल, कांग्रेस सचिव रविन्द्र त्यागी सहित अन्य कांग्रेसी नेता भी पहुंचे। भाजपा अध्यक्ष श्याम शर्मा व योगेन्द्र गुप्ता भी वहां पहुंचे। सीईओ दिनेश जैन व एडीएम बी.एल.कोकोठारी भी सूचना मिलने पर वहां पहुंचे। उन्होंने पूरे बचाव कार्य का नेतृत्व किया।
 


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