सोमवार, 29 अगस्त 2011

रघु पर फेंकी भवानी सिंह ने चप्पल

रघु पर फेंकी भवानी सिंह ने चप्पल

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में सोमवार को लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला नजारा पेश आया। सदन की मर्यादा उस समय तार-तार हो गई जब भ्रष्टाचार पर बहस के दौरान किसी ने चप्पल उछाली तो किसी ने चप्पल दिखाई। बाद में सभापति सुरेन्द्र जाड़ावत ने भवानी सिंह को चप्पल फेंकने का दोषी पाया। तथा सिंह को एक साल के लिए सदन की कार्यवाही से निलम्बित कर दिया गया।

कांग्रेस विधायक रघु शर्मा ने आरोप लगाया है कि भाजपा विधायक भवानी सिंह राजावत ने भाजपा विधायक चंद्रकांता मेघवाल की चप्पल उठाकर उन पर फेंकी। मिली जानकारी के मुताबिक भ्रष्टाचार पर बहस के दौरान भाजपा विधायक प्रमिला कुंडारा ने बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि किसी प्रभावी नेता का जमीन का मामला है।

इस पर कांग्रेस विधायक रघु शर्मा उत्तेजित हो गए। वह जोर जोर से चिल्लाने लगे। जबाव में भाजपा विधायक भी उत्तेजित हो गए। भारी हंगामे के बीच भाजपा सदस्य वेल में आ गए और हंगामा करने लगे। इस बीच भाजपा सदस्यों के बीच से चप्पल चलती हुई देखी गई। जवाब में रघु शर्मा ने भी चप्पल दिखाई। इसके बाद सदन में भारी हंगामा हुआ।

भवानीसिंह एक साल के लिए निलम्बित

सत्ता पक्ष पर चप्पल फेंकने के आरोप में भाजपा विधायक भवानासिंह राजावत को सदन से एक साल के लिए निलम्बित कर दिया गया। सभापति सुरेन्द्र जाड़ावत ने भवानी सिंह को चप्पल फेंकने का दोषी पाया। बाद में सदन में ध्वनिमत से निलम्बन का फैसला किया गया। इसके बाद राजस्थान विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई।

गृहमंत्री के वक्तव्य पर एतराज

विधानसभा में गृहमंत्री शांति धारीवाल द्वारा खेद व्यक्त करने के मामले में प्रतिपक्ष के सदस्यों के एतराज करने पर शोरगुल के कारण सदन की कार्यवाही आधा घंटा स्थगित कर दी गई। शून्यकाल में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में विवाद पर वक्तव्य के दौरान बजट सत्र में गृह विभाग का वार्षिक लेखा जोखा प्रतिवेदन नहीं रख पाने के कारण गृहमंत्री जब खेद प्रकट करने लगे तब भाजपा के गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि वह किन नियमों के तहत खेद व्यक्त कर रहे है।

भाजपा के अन्य सदस्य भी इस पर विरोध करने लगे तथा आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। शोरगुल में ही धारीवाल ने अपना वक्तव्य पढ़ा तथा पत्रावली को सदन की मेज पर रख दिया। भाजपा सदस्यों की नारेबाजी के कारण बढ़ते शोरगुल के बीच सभापति सुरेन्द्र सिंह जाडावत ने एक बजकर पचास मिनट पर सदन की कार्यवाही आधा घंटा के लिए स्थगित कर दी। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित हुई।

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