शनिवार, 20 अगस्त 2011

भरने लगा बाबा रामदेव मेला

भरने लगा बाबा

रामदेव मेला


पोकरण। बाबा रामदेव का अंतरप्रांतीय मेला अब धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है। प्रतिदिन यात्रियों की आवक में बढ़ोतरी हो रही है। मेले का असर पोकरण कस्बे में भी दिखाई देने लगा है। भादवा मेले में जातरू राजस्थान के विभिन्न जिलों, गुजरात व देश के विभिन्न क्षेत्रों से पैदल, साइकिल, मोटरसाइकिल व अन्य वाहनों से पहुंच रहे हैं।

पोकरण में भी मेले-सा माहौल
जोधपुर, बाड़मेर व गुजरात की ओर से आने वाले जातरूओं को पोकरण कस्बे से होकर रामदेवरा जाना पड़ता है, जिसके चलते यहां जयनारायण व्यास सर्किल व रामदेवरा रोड पर श्रद्धालुओं कर रेलमपेल लगी हुई है।

यहां दिन रात बाबा के जयकारे लगाते हुए हाथों में पचरंगी व सतरंगी ध्वजाएं लिए पदयात्रियों के दल रामदेवरा की तरफ जाते देखे जा सकते हैं। मेले को लेकर यहां मुख्य सड़कों पर चाय, पानी, नाश्ते, भोजन, बाबा रामदेव के जीवन से जुड़ी ऑडियो, वीडियो कैसेट्स की अस्थाई दुकानें लग गई हैं।

बालीनाथजी के आश्रम में भी कतारें
यहां आने वाले अधिकतर जातरू बाबा के गुरू बालीनाथजी के आश्रम के दर्शन कर पोकरण फोर्ट देखने की इच्छा रखते है। यहां आने वाले जातरूओं की ऎसी धारणा है कि इस फोर्ट के साथ बाबा रामदेव का इतिहास जुड़ा हुआ है। इसी को लेकर यहां आने वाले यात्री फोर्ट की सुंदरता, यहां की स्थापत्य कला व इसमें स्थित संग्रहालय देखने के लिए जरूर जाते हैं। दिनभर फोर्ट के बाहर दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ रही है। दर्शनार्थियों की आवक के कारण बाबा के गुरू बालीनाथजी के आश्रम व बाबा की कोटड़ी में भी लंबी कतारें लगने लगी हैं।

यहां आने वाले द्धालु बाबा के गुरू के आश्रम, बाबा की कोटड़ी के दर्शन करने व फोर्ट देखने के बाद अपना डेरा फोर्ट के पीछे स्थित सालमसागर व रामदेवसर तालाब पर जमाते हैं। ये दोनों तालाब बारिश के पानी से लबालब भरे होने तथा उनके किनारे घने वृक्ष एवं विश्राम स्थल की व्यवस्था होने के कारण हजारों श्रद्धालु यहां खाना बनाने के बाद विश्राम करते हैं। दोनों तालाबों पर गत 10 दिनों से दर्शनार्थियों की भीड़ व रेलमपेल लगी हुई है। इसके चलते यहां भी मेले जैसा माहौल दिखाई देने लगा है।

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