पति को पेड़ से बांध पत्नी की हत्या!
अलवर। अलवर-सिकंदरा मार्ग पर स्थित टहला थाना इलाके में गुरूवार रात एक महिला की मौत हो गई। आरोप है कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पहले महिला के पति को पेड़ से बांध दिया गया और उसके बाद महिला की हत्या की गई। पति ने अपने परिजनों को फोन कर सूचना दी। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अलवर-सिकंदरा मार्ग पर स्थित सुरेर गांव में रहने वाले गाजीराम मीणा के बेटे जितेंद्र मीणा की शादी टहला थाना इलाके में स्थित पई का ग्वाड़ा गांव में रहने वाली मारूति देवी के साथ करीब चार साल पहले हुई थी। शादी के करीब चार साल बाद भी मारूति के कोई संतान नहीं थी। इसी कारण मारूति का पास के गांव में रहने वाले डॉक्टर के यहां इलाज चल रहा था।
गुरूवार सेवेर जितेंद्र अपनी पत्नी मारूति और साले जगदीश के साथ बाइक से मानपुर गांव डॉक्टर के पास गए थे। शाम को करीब पांच बजे तीनों बाइक से लौटे। जितेंद्र ने अपने साले जगदीश को मार्ग में ही पड़ने वाले उसके गांव पई का ग्वाड़ा के बाहर उतार दिया। उसके बाद जितेंद्र और मारूति गांव के पास ही रहने वाली जितेंद्र की मौसी के यहां कुछ देर रूक गए।
रात ज्यादा होने के कारण मारूति और जितेंद्र ने पई का ग्वाड़ा स्थित अपने ससुराल में ही ठहरने की ठानी। मारूति ने अपने भाई छोटे लाल को फोन कर उसके घर आने की जानकारी दी और खाना बना लेने के लिए कहा। बाद में करीब देर रात एक बजे पहले तो मारूति ने अपने भाई छोटे लाल को फोन किया और खुद को बचाने के लिए कहा। उसके बाद जितेंद्र ने भी अपने साले छोटे लाल को फोन किया और खुद को बचाने के लिए कहा। छोटे लाल और परिवार के अन्य सदस्य जब जितेंद्र और मारूति की तलाश में निकले तो जितेंद्र को एक पेड़ से बंधा पाया।
पास ही मारूति की भी लाश पड़ी थी। देर रात ही जितेंद्र को अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। मारूति की लाश को मुर्दाघर में रखवाया गया। जितेंद्र और मारूति के परिजनों ने हत्यारों को पकड़ने की मांग को लेकर अलवर-सिकंदरा मार्ग जाम कर दिया। मामले में पुलिस ने जितेंद्र के बयान दर्ज नहीं किए हैं।
अलवर। अलवर-सिकंदरा मार्ग पर स्थित टहला थाना इलाके में गुरूवार रात एक महिला की मौत हो गई। आरोप है कि उसकी हत्या की गई है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पहले महिला के पति को पेड़ से बांध दिया गया और उसके बाद महिला की हत्या की गई। पति ने अपने परिजनों को फोन कर सूचना दी। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अलवर-सिकंदरा मार्ग पर स्थित सुरेर गांव में रहने वाले गाजीराम मीणा के बेटे जितेंद्र मीणा की शादी टहला थाना इलाके में स्थित पई का ग्वाड़ा गांव में रहने वाली मारूति देवी के साथ करीब चार साल पहले हुई थी। शादी के करीब चार साल बाद भी मारूति के कोई संतान नहीं थी। इसी कारण मारूति का पास के गांव में रहने वाले डॉक्टर के यहां इलाज चल रहा था।
गुरूवार सेवेर जितेंद्र अपनी पत्नी मारूति और साले जगदीश के साथ बाइक से मानपुर गांव डॉक्टर के पास गए थे। शाम को करीब पांच बजे तीनों बाइक से लौटे। जितेंद्र ने अपने साले जगदीश को मार्ग में ही पड़ने वाले उसके गांव पई का ग्वाड़ा के बाहर उतार दिया। उसके बाद जितेंद्र और मारूति गांव के पास ही रहने वाली जितेंद्र की मौसी के यहां कुछ देर रूक गए।
रात ज्यादा होने के कारण मारूति और जितेंद्र ने पई का ग्वाड़ा स्थित अपने ससुराल में ही ठहरने की ठानी। मारूति ने अपने भाई छोटे लाल को फोन कर उसके घर आने की जानकारी दी और खाना बना लेने के लिए कहा। बाद में करीब देर रात एक बजे पहले तो मारूति ने अपने भाई छोटे लाल को फोन किया और खुद को बचाने के लिए कहा। उसके बाद जितेंद्र ने भी अपने साले छोटे लाल को फोन किया और खुद को बचाने के लिए कहा। छोटे लाल और परिवार के अन्य सदस्य जब जितेंद्र और मारूति की तलाश में निकले तो जितेंद्र को एक पेड़ से बंधा पाया।
पास ही मारूति की भी लाश पड़ी थी। देर रात ही जितेंद्र को अलवर के अस्पताल में भर्ती कराया गया। मारूति की लाश को मुर्दाघर में रखवाया गया। जितेंद्र और मारूति के परिजनों ने हत्यारों को पकड़ने की मांग को लेकर अलवर-सिकंदरा मार्ग जाम कर दिया। मामले में पुलिस ने जितेंद्र के बयान दर्ज नहीं किए हैं।
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