Tu Hi Woh Haseen Hai - Khawab जुलाई 16, 2011 लिंक पाएं Facebook X Pinterest ईमेल दूसरे ऐप हाथ दीवाने के दे अल्लाह कुछ ऐसी कलम,आस्मान पर लीख के जाऊं है उन्ही से प्यार है! ख़ास लिखा है ख़त मैं, ज़रा आहिस्ता बोलियेगाभेज रहा हूँ दिल अपना, ज़रा आहिस्ता खोलियेगा टिप्पणियाँ
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