शनिवार, 16 जुलाई 2011

धौलपुर से हो रही है मानव तस्करी!

धौलपुर से हो रही है मानव तस्करी! 
 

जयपुर। धौलपुर। चंबल के डाकुओं के कारनामों को लेकर अक्सर चर्चित रहने वाला धौलपुर क्या मानव तस्करी का भी अड्डा बन रहा है। जिले के कोतवाली थाना इलाके में स्थित एक तथाकथित एनजीओ पर हुई छापेमारी के बाद पुलिस इस बिंदु पर गहराई से पड़ताल कर रही है। शनिवार सवेरे ही पुलिस की मानव तस्करी विरोधी यूनिट ने छापा मारकर एनजीओ संचालकों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से मानसिक रूप से बीमार छह महिलाएं और 21 पुरूष्ाों को मुक्त कराया गया है। 

मानव तस्करी विरोधी यूनिट के प्रभारी राजेंद्र डागुर ने बताया कि धौलपुर में नगमा सेवा सदन के नाम से एक स्वयं सेवी सस्था चल रही थी। इसके खिलाफ कुछ लोगों ने मानव तस्करी करने की शिकायत की थी। 

इस सूचना पर यूनिट की ओर से पहले इन लोगों से पूछताछ की गई थी और आज छापा मार कर कार्रवाई की गई। कार्रवाई में संस्था संचालक नगमा बानो और धर्मेंद्र परमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। बताया जाता है कि पहले भी जब शिकायत के बाद यहां जांच की गई थी तब 32 लोग मानसिक रूप से बीमार मिले थे। उन्हे संचालक कई दिनों तक भूखा रखते थे और छोटे से कमरे में बंद रखते थे। 

कोतवाली पुलिस के अनुसार क्षेत्र में नगमा सेवा केंद्र के नाम से फर्जी एनजीओ चलाया जा रहा था। छापे के दौरान ना तो संस्था का रजिस्ट्रेशन मिला और न ही वहां पर रखे गए लोगों का रिकॉर्ड। पहले भी फ्रॉड के एक मामले में हुई पूछताछ में यहां पर 32 विक्षिप्त लोगों के होने की सूचना दी गई थी। आज छापे में 27 लोग ही मिले। 

शेष्ा के बारे में संचालक संतोष्ाप्रद जवाब नहीं दे पाए हैं। इस पर उनके खिलाफ मेंटल एक्ट 341-42-43 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है। प्राथमिक पूछताछ में पुलिस के सामने आया कि धर्मेद्र और नगमा बानो सेवा केंद्र के नाम पर अनैतिक काम कराते थे। 

पुलिस को पूरे मामले में मानव तस्करी का भी शक है। इन लोगों ने पूर्व में राजग्रुप के नाम से संस्था चलाई थी, जिसमें ठगी किए जाने पर इन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। दोनों संचालक इस मामले में पहले जेल भी जा चुके हैं। इन दोनों को आज मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।

मानव तस्करी का शक तो है जांच जारी है
कोतवाली थाना पुलिस ने आज नगमा सेवा सदन के नाम से चल रही एक संस्था पर छापा मारा और दो लोगों को गिरफ्तार किया है। संस्था की गतिविधियां संदिग्ध थी और कुछ संदिग्ध लोगों के यहां पर ठहरने की सूचना भी हमें मिली है। यहां पर भर्ती कुछ लोग लापता हैं, जिससे मानव तस्करी होने का भी शक है। जांच चल रही है।
- राहुल प्रकाश, एसपी, धौलपुर 

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