जोधपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने ट्रकों के परिवहन के लिए वसूली करने वाले परिवहन निरीक्षक व गार्ड को 49 हजार 500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे-हाथों गिरफ्तार किया है। झुंझुनूं जिले का यह निरीक्षक व गार्ड प्रति ट्रक परिवहन के 6500 रुपए की रिश्वत लेता था। ब्यूरो टीम ने उसके कमरे की तलाशी लेकर 1.56 लाख रुपए भी बरामद किए हैं। जिसका निरीक्षक के पास कोई हिसाब नहीं था।
ब्यूरो के डीआईजी संजीत कुमार नार्जारी ने बताया कि तारानगर निवासी राकेश कुमार जाट ने शिकायत की थी कि उसकी और उसके परिचितों की ट्रकों झुंझुनूं से पत्थर परिवहन करती है। वहां के परिवहन अधिकारी उन्हें परेशान कर अवैध वसूली करते हैं। इस संबंध में वह परिवहन निरीक्षक मनजीतसिंह से मिला तो उसने प्रति ट्रक 6500 रुपए की मांग की।
जब वह दुबारा वहां गया तो मनजीतसिंह अवकाश पर था। उसकी जगह दूसरे निरीक्षक नरेश कुमार ने 6500 रुपए की जगह 6000 रुपए और गार्ड एवं जीप चालक के 1500 रुपए रिश्वत की मांग की। ब्यूरो टीम ने शिकायत का सत्यापन कराया तो निरीक्षक नरेश कुमार ने 8 ट्रकों का हिसाब बनाते हुए 49 हजार 500 रुपए की मांग की। ये रुपए शनिवार को देने तय किए गए। शनिवार को परिवादी ने नरेश कुमार से संपर्क किया तो उसने कहा कि डीटीओ ऑफिस में बैठे गार्ड नवरंगलाल से बात करा दो।
नवरंगलाल से मिलने पर नरेश कुमार ने उसे ट्रकों से सूची और पैसे लेने को कह दिया। इस पर गार्ड नवरंगलाल ने लिस्ट व पैसे अपनी जेब में डाल दी। उसी वक्त ब्यूरो टीम ने गार्ड नवरंगलाल को गिरफ्तार कर लिया। गार्ड ने कहा कि ये रुपए उसने निरीक्षक नरेश कुमार के कहने पर लिए हैं और रुपए उन्हें ही दूंगा। जैसे ही गार्ड ने ये रुपए निरीक्षक नरेश कुमार को दिए तो ब्यूरो टीम ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद ब्यूरो ने इंद्रा कॉलोनी स्थित निरीक्षक नरेश कुमार के कमरे की तलाशी ली तो वहां 1.56 लाख बरामद हुए।
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