भोपाल. कांग्रेस महासचिव और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मुश्किल में पड़ सकते हैं। दिग्विजय और उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह सहित 9 लोगों के खिलाफ यहां की अदालत में मुकदमा दायर किया गया है। इन सभी को साउथ टीटी नगर में रहने वाली कांग्रेस नेता सरला मिश्रा की हत्या कर सबूत छिपाने का आरोपी बताया गया है। सरला की मौत 1997 में हुई थी। तीन साल की जांच के बाद टीटी नगर पुलिस ने इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट लगा दी थी।
पूर्व पार्षद महेश गर्ग की ओर से कोर्ट में पेश इस परिवाद में पूर्व मुख्यमंत्री व उनके भाई सहित डॉ. योगीराज शर्मा, टीटी नगर के तत्कालीन टीआई एसएस जैदी, राजीव दुबे, तत्कालीन नायब तहसीलदार आरकेएस तोमर, मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट के तत्कालीन संचालक डॉ. डीके सत्पथी, तत्कालीन एफएसएल यूनिट प्रभारी हर्ष शर्मा और घरेलू नौकर सुभाष को कांग्रेसी नेता सरला की हत्या का आरोपी बताया गया है।
फरियादी ने कोर्ट से गुहार लगाई है कि इस मामले से जुड़े सभी गवाहों के बयान और दस्तावेजी सबूत टीटी नगर थाने से जुटाए जाएं। न्यायालय ने इसकी सुनवाई के लिए 28 जुलाई की तारीख तय की है। मालूम हो कि 14 फरवरी 1997 को सरला मिश्रा की साउथ टीटी नगर स्थित आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
पूर्व पार्षद महेश गर्ग की ओर से कोर्ट में पेश इस परिवाद में पूर्व मुख्यमंत्री व उनके भाई सहित डॉ. योगीराज शर्मा, टीटी नगर के तत्कालीन टीआई एसएस जैदी, राजीव दुबे, तत्कालीन नायब तहसीलदार आरकेएस तोमर, मेडिको लीगल इंस्टीट्यूट के तत्कालीन संचालक डॉ. डीके सत्पथी, तत्कालीन एफएसएल यूनिट प्रभारी हर्ष शर्मा और घरेलू नौकर सुभाष को कांग्रेसी नेता सरला की हत्या का आरोपी बताया गया है।
फरियादी ने कोर्ट से गुहार लगाई है कि इस मामले से जुड़े सभी गवाहों के बयान और दस्तावेजी सबूत टीटी नगर थाने से जुटाए जाएं। न्यायालय ने इसकी सुनवाई के लिए 28 जुलाई की तारीख तय की है। मालूम हो कि 14 फरवरी 1997 को सरला मिश्रा की साउथ टीटी नगर स्थित आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
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