शनिवार, 9 जुलाई 2011

दुनिया में एक नए देश का उदय, नाम है 'दक्षिण सूडान'

कंपाला (युगांडा).अफ्रीका में आज एक नए देश का जन्म हो रहा है। इसका नाम फिलहाल जनूब-उस-सूडान (दक्षिणी सूडान गणतंत्र) रखा गया है। जल्द ही इसके नए नाम, नए संविधान, प्रतीक चिन्ह, राष्ट्रध्वज, मुद्रा तथा राष्ट्रगान पर विचार होगा। यह विश्व का 196वां स्वतंत्र देश, संयुक्त राष्ट्र का 193वां सदस्य तथा अफ्रीका का 55वां देश है। चारों तरफ धरती से घिरे इस देश को सागर तक पहुंचने के लिए सूडान की मदद लेनी होगी। सूडान इसके तेल व अन्य सामान को पोर्ट सूडान तक लाने-ले जाने के लिए रास्ता देगा। नए देश की खासियत यह होगी कि यह अपने शहरों का विकास पशुओं व फलों की आकृति के आकार में विकसित करेगा। राजधानी जूबा को गेंडे के आकार में बनाने की योजना है।
क्यों बना:
लंबे संघर्ष के बाद 6 जनवरी 2005 को समग्र शांति समझौता, (सूडान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी/मूवमेंट तथा सूडान सरकार की प्रतिनिधि नेशनल कांग्रेस पार्टी के बीच)
कैसे बना:
इससे अफ्रीका के सबसे लंबे गृहयुद्ध द्वितीय सूडानी गृहयुद्ध का अंत हुआ, करीब 25 लाख लोग मारे गए, 50 लाख विस्थापित हुए), जनवरी 2011 में जनमतसंग्रह जिसमें 98.83 प्रतिशत लोगों ने अलग देश के पक्ष में वोट दिए
सबसे बड़ा राजनीतिक दल
सूडान पीपुल लिबरेशन मूवमेंट (70 फीसदी सीटें), नेशनल कांग्रेस पार्टी (15 प्रतिशत सीटें),अन्य दल 15 प्रतिशत।
आजादी के लिए 25 लाख लोगों ने दी जान
देश का नाम : जनूब-उस-सूडान (दक्षिणी सूडान गणतंत्र)
इन नामों पर हुआ विचार : अजानिया, नील गणराज्य, कुश गणराज्य, जुवामा (तीन बड़े शहरों जूबा, वाऊ व मलाकल को मिलाकर)
क्षेत्रफल : 619745 वर्ग किमी
जनसंख्या : 1.10 करोड़ से1.30 करोड़(2009 में दक्षिण सूडान का दावा)
मुद्रा : साउथ सूडानी पाउंड (कुछ दिनों में लागू होगी)
राजधानी : जूबा (श्वेत नील नदी के किनारे)
भाषा : अंग्रेजी, अरबी (सरकारी)
अन्य भाषाएं : दिनका, नुएर, जांदे, बारी, शिलुक
जनजातियां : 200
राष्ट्रध्वज : छह रंगों वाला ध्वज (जो सूडान पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का आधिकारिक ध्वज था)
इन मुद्दों पर विवाद
तेल से आय का बंटवारा : सूडान में निकलने वाले तेल का 80 फीसदी इलाका दक्षिण सूडान में चला गया है। इससे होने वाली आय के बंटवारे पर विवाद रहेगा
अबेयी : भारत के कश्मीर जैसा विवाद - दोनों अपने पास रखना चाहते हैं, यहां जनमतसंग्रह होगा जनता जहां रहने के पक्ष में वोट देगी उस पर हो सकता है फैसला। आजादी से एक माह पहले दक्षिणी कोदरेफान (राजधानी अबेयी) को लेकर उत्तर व दक्षिणी सूडान की सेनाओं में जंग छिड़ी। समझौते के तहत दोनों ने अपनी सेनाएं हटा लीं।
इन्होंने किया स्थापना का विरोध:
ठ्ठ इरिट्रिया के राष्ट्रपति इसाइयस आफेवर्की, ईरान के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद, ठ्ठ लीबिया के नेता कर्नल मुअम्मर अल गद्दाफी
सरकार : साल्वा कीर मयार्दित (राष्ट्रपति), रिक मछार(उपराष्ट्रपति) संसद : 171 सदस्य, 8 राजनीतिक दल

 

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