होशियारपुर . थाना मेहटियाना के गांव हुकड़ा के पास बुधवार देर रात दो युवकों की हत्या के मामले में पुलिस ने महिला समेत तीन लोगों को काबू किया है। एसपी (डी) रणधीर सिंह उप्पल ने बताया की आरोपी महिला ने अपने भाइयों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।
फिलहाल किरणदीप कौर, सिमरजीत सिंह उर्फ लाभा व रछपाल सिंह निवासी अहिरानाकलां के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि दोनों चचेरे भाइयों को मजा चखाने की नीयत से आरोपियों ने कुछ दिन पहले भी मारपीट की थी।
घटना वाले दिन सिमरजीत अपनी बहन किरणदीप से मिलने ताजोवाल गांव आया था। योजनानुसार रात एक बजे दोनों भाई साथी भुपिंद्र सिंह के साथ गांव लौट रहे थे तो रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे सिमरजीत, रछपाल व कुलविन्द्र के तीन-चार अन्य साथियों ने उन्हें घेर लिया और तेजधार हथियारों से हत्या कर दी।
चरित्र पर लगाया था लांछन
आरोपी महिला किरणदीप कौर की शादी ताजोवाल गांव के हरदीप सिंह के साथ हुई थी। पति हरदीप सिंह के दुबई चले जाने के बाद हरदीप के घर अज्ञात लोगों का आना-जाना रहता था। उसके दोनों ही चचेरे देवर जसबीर सिंह पुत्र प्रेम सिंह व जसबीर सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह बार-बार हरदीप कौर को इस तरह अनजाने लोगों से मिलने से रोकते थे और उसे समझाते थे। हरदीप ने यह बात अपने भाइयों सिमरजीत व रछपाल को बताई। इस तरह बहन के चरित्र पर लांछन लगाने के चलते आरोपियों ने उसके दोनों चचेरे देवरों को ठिकाने लगाने की सोची और हत्याकांड को अंजाम दिया।
फिलहाल किरणदीप कौर, सिमरजीत सिंह उर्फ लाभा व रछपाल सिंह निवासी अहिरानाकलां के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। एसपी ने बताया कि दोनों चचेरे भाइयों को मजा चखाने की नीयत से आरोपियों ने कुछ दिन पहले भी मारपीट की थी।
घटना वाले दिन सिमरजीत अपनी बहन किरणदीप से मिलने ताजोवाल गांव आया था। योजनानुसार रात एक बजे दोनों भाई साथी भुपिंद्र सिंह के साथ गांव लौट रहे थे तो रास्ते में पहले से घात लगाए बैठे सिमरजीत, रछपाल व कुलविन्द्र के तीन-चार अन्य साथियों ने उन्हें घेर लिया और तेजधार हथियारों से हत्या कर दी।
चरित्र पर लगाया था लांछन
आरोपी महिला किरणदीप कौर की शादी ताजोवाल गांव के हरदीप सिंह के साथ हुई थी। पति हरदीप सिंह के दुबई चले जाने के बाद हरदीप के घर अज्ञात लोगों का आना-जाना रहता था। उसके दोनों ही चचेरे देवर जसबीर सिंह पुत्र प्रेम सिंह व जसबीर सिंह पुत्र गुरदयाल सिंह बार-बार हरदीप कौर को इस तरह अनजाने लोगों से मिलने से रोकते थे और उसे समझाते थे। हरदीप ने यह बात अपने भाइयों सिमरजीत व रछपाल को बताई। इस तरह बहन के चरित्र पर लांछन लगाने के चलते आरोपियों ने उसके दोनों चचेरे देवरों को ठिकाने लगाने की सोची और हत्याकांड को अंजाम दिया।
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