शनिवार, 18 जून 2011

महाप्रबंधक को रिश्वत लेते पकड़ा फर्म पंजीयन को लेकर मांगी थी रिश्वत, एसीबी ने दोपहर में की कार्रवाई


महाप्रबंधक को रिश्वत लेते पकड़ा
फर्म पंजीयन को लेकर मांगी थी रिश्वत, एसीबी ने दोपहर में की कार्रवाई 
 नागौर उद्योग विभाग में फर्म का पंजीकरण करने के लिए रिश्वत लेते हुए शुक्रवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने जिला उद्योग केंद्र नागौर के महाप्रबंधक कब्बूराम मेहरा को रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके अलावा रिश्वत राशि की मांग करने पर लिपिक सुदर्शन कुमार को भी गिरफ्तार किया है। ब्यूरो अब मेहरा व सुदर्शन को शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक मामलात न्यायालय जोधपुर में पेश करेगी।

बाड़ी कुआं निवासी किशोर गहलोत ने बाड़ी कुआं में चूडिय़ों की फैक्ट्री लगाई है। उसने जिला उद्योग केंद्र में पंजीकरण के लिए आवेदन किया था। उसका कहना था कि केंद्र के जीएम उससे पैसे मांग रहे हैं। वह अपनी शिकायत लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र मीणा के पास गया। मीणा ने किशोर की शिकायत का सत्यापन कराया। इसके बाद ब्यूरो ने जाल बिछाया। गहलोत ने शुक्रवार दोपहर महाप्रबंधक कब्बूराम मेहरा को आफिस में पंद्रह सौ रुपए दिए। थोड़ी देर में ही मेहरा बाथरूम में चले गए। इस पर एसीबी टीम ने मेहरा के बाहर आते ही उससे पूछताछ शुरू की तो मेहरा ने रिश्वत राशि लेने से इनकार किया। टीम ने मेहरा के पेंट की दाहिनी जेब से 1500 रुपए जब्त किए। इस राशि पर रंग लगा था। मीणा ने बताया कि मेहरा की जेब से कुल 12 हजार रुपए की राशि जब्त की गई है। एसीबी टीम को 1500 रुपए के अलावा मेहरा की जेब से मिले 10 हजार 500 रुपए की राशि के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है। मीणा ने बताया कि लिपिक सुदर्शन कुमार ने महाप्रबंधक को रिश्वत राशि देने की मांग की थी। इस मांग पर ही पीडि़त ने मेहरा को यह राशि प्रदान की। ब्यूरो मेहरा व सुदर्शन को शनिवार को भ्रष्टाचार निरोधक मामलात न्यायालय जोधपुर में पेश करेगा। कार्रवाई के दौरान एसीबी टीम के नरपतसिंह, गिरधारी सिंह, सुरेंद्र सिंह व राकेश कुमार के अलावा कोतवाली के पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे।

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