फर्जी वसीयत बनाने वाली महिला जेल में
आहोर एक महिला द्वारा सास के नाम पर फर्जी वसीयत तैयार कर मकान हड़पने के लिए षड्यंत्र रचने का मामला आहोर थाने में दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार कस्बे की हनुमान कॉलोनी निवासी बाबूदास पुत्र मुकनदास संत ने मामला दर्ज करवाया कि उसके छोटे भाई देवेंद्र कुमार उर्फ देवीदास की पत्नी कांता देवी ने अपनी सास की ओर से अपने पक्ष में फर्जी वसीयत नामा तैयार कर मकान हड़पने का षड्यंत्र रचा। आहोर थाने के एसआई जबरसिंह राजपुरोहित ने जांच करते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार किया। एसआई जबरसिंह ने बताया कि वसीयत का फर्जीवाड़ा उसकी सास के हस्ताक्षर का मिलान करने पर पकड़ा गया। कांता की सास हस्ताक्षरकर्ता थी। जिसकी मृत्यु करीब दो वर्ष पूर्व हो गई थी, लेकिन कांता देवी ने सास के झूठे अंगूठे व हस्ताक्षर कर वसीयत तैयार करवा ली। जिसकी भनक कांता देवी के जेठ बाबूदास को लगी तो पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाने पर सच्चाई सामने आ गई। आरोपी महिला को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
आहोर एक महिला द्वारा सास के नाम पर फर्जी वसीयत तैयार कर मकान हड़पने के लिए षड्यंत्र रचने का मामला आहोर थाने में दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार कस्बे की हनुमान कॉलोनी निवासी बाबूदास पुत्र मुकनदास संत ने मामला दर्ज करवाया कि उसके छोटे भाई देवेंद्र कुमार उर्फ देवीदास की पत्नी कांता देवी ने अपनी सास की ओर से अपने पक्ष में फर्जी वसीयत नामा तैयार कर मकान हड़पने का षड्यंत्र रचा। आहोर थाने के एसआई जबरसिंह राजपुरोहित ने जांच करते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार किया। एसआई जबरसिंह ने बताया कि वसीयत का फर्जीवाड़ा उसकी सास के हस्ताक्षर का मिलान करने पर पकड़ा गया। कांता की सास हस्ताक्षरकर्ता थी। जिसकी मृत्यु करीब दो वर्ष पूर्व हो गई थी, लेकिन कांता देवी ने सास के झूठे अंगूठे व हस्ताक्षर कर वसीयत तैयार करवा ली। जिसकी भनक कांता देवी के जेठ बाबूदास को लगी तो पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाने पर सच्चाई सामने आ गई। आरोपी महिला को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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