शायद आप मुझे भूल गए थे...सोनियाजी ,मनमोहनजी का साधुवाद की करोडो लोग जो मुझे भूल चुके थे उन्हें आज मेरी याद दिलाई ,घरो में गेस आने के बाद तो मुझे बेगाना कर घर से ही दरबदर कर दिया ,चलो कोई बात नहीं सुबह का भूला सांझ को लौट आये तो ....मैं चूल्हा हूँ...लकडियो.और कायले से जलाता हूँ...आप भी मुझे अपने घर ले आइये चूल्हा उष्मा का वह स्रोत है जिससे प्राप्त उष्मा का प्रयोग भोजन पकाने में किया जाता है। चूल्हे कई प्रकार के होते हैं जैसे, मिट्टी का चूल्हा, अंगीठी या सिगड़ी,
शनिवार, 25 जून 2011
मिट्टी का चूल्हा
शायद आप मुझे भूल गए थे...सोनियाजी ,मनमोहनजी का साधुवाद की करोडो लोग जो मुझे भूल चुके थे उन्हें आज मेरी याद दिलाई ,घरो में गेस आने के बाद तो मुझे बेगाना कर घर से ही दरबदर कर दिया ,चलो कोई बात नहीं सुबह का भूला सांझ को लौट आये तो ....मैं चूल्हा हूँ...लकडियो.और कायले से जलाता हूँ...आप भी मुझे अपने घर ले आइये चूल्हा उष्मा का वह स्रोत है जिससे प्राप्त उष्मा का प्रयोग भोजन पकाने में किया जाता है। चूल्हे कई प्रकार के होते हैं जैसे, मिट्टी का चूल्हा, अंगीठी या सिगड़ी,
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