शुक्रवार, 3 जून 2011

सोनिया ने किया रेल परियोजना का शिलान्यास

सोनिया ने किया रेल परियोजना का शिलान्यास 
 

जयपुर। यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को डूंगरपुर-बांसवाड़ा-रतलाम रेल परियोजना की आधारशिला रखी। इस परियोजना का शिलान्यास से आम लोगों में खुशी की लहर है। शिलान्यास कार्यक्रम में गांधी के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और केद्रीय मंत्री सी.पी.जोशी तथा विलासराव देशमुख भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के बाद सोनिया गांधी बांसवाड़ा रवाना हो गई। कांग्रेस अध्यक्ष बांसवाड़ा में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन परियोजना का प्रस्तुतिकरण देंगी और एक प्रदर्शनी का अवलोकन करेंगी। और जनसभा को सम्बोधित करेंगी। बाद में वे उदयपुर होते हुए 1.05 बजे विमान से दिल्ली लौट जाएंगी।

2083 करोड़ से बनेगी 176 किमी. लाइन

सोनिया गांधी ने शुक्रवार को रेल परियोजना की आधारशिला रखी, उसकी लागत करीब 2083 करोड़ आएगी। राजस्थान की 1200 करोड़ हिस्सा राशि से बन रही परियोजना 176.47 किमी. लम्बी होगी और इसके पांच साल में पूरा होने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनजाति अंचल के लिए परियोजना को वरदान बताते हुए इस साल के बजट में रेलवे को 1200 करोड़ रूपए राज्य के खजाने से देने की घोषणा की थी। परियोजना में मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के साथ राजस्थान के बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिले शामिल हैं और इसे उत्तर-पश्चिम रेलवे बनाएगा। राजस्थान में 126 किमी और मध्यप्रदेश में 50 किमी गुजरने वाली रेल लाइन में कुल 19 स्टेशन बनाए जाएंगे।

ये मिला केन्द्र से

जोधपुर में एम्स

उदयपुर में आईआईएम

जोधपुर में आईआईटी

अजमेर में केन्द्रीय विश्वविद्यालय

जयपुर में नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ इन्जीनियरिंग

त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम से नर्मदा नहर का निर्माण

अकाल राहत में पर्याप्त सहायता

बीकानेर में कैंसर रिसर्च इंस्टीट्यूट

आमान परिवर्तन योजनाएं व नई ट्रेन

जयपुर में दक्षिण-पश्चिम सेना कमान का मुख्यालय

जयपुर में अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा व अन्तरराष्ट्रीय उड़ानें



प्रदेश को जरूरत

आकार, अन्तरराष्ट्रीय सीमा व मरूस्थल को देखते हुए विशेष दर्जा

पेयजल के लिए विशेष पैकेज

बाड़मेर में पिटहैड पर रिफाइनरी

नदी जोड़ो परियोजना पर प्रगति जिससे राजस्थान में पानी की कमी दूर हो

बांसवाड़ा में परमाणु बिजलीघर

रेल वैगन कारखाना या अन्य कोई बड़ी औद्योगिक परियोजनाएं

नई रेल लाइनें, आमान परिवर्तन, रेल गाडियां व विद्युतीकरण

नई घरेलू व अन्तरराष्ट्रीय उड़ानें

हैण्डीक्राफ्ट, जैम-ज्वैलरी व कृषि खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के विकास की योजना 

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