जयाप्रदा ने चूल्हे पर बनाई रोटी
लखनऊ। रसोई गैस की कीमत में अब तक की हुई सबसे बड़ी वृद्धि के विरोध का उत्तर प्रदेश में महिलाओं ने विरोध का शनिवार को अनूठा तरीका निकाला। रामपुर से सांसद जयाप्रदा ने इसके विरोध में लकड़ी के चूल्हे पर रोटियां बनाई तो भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा ने खाली सिलेंडर के साथ प्रदर्शन किया।
सांसद जयाप्रदा ने रामपुर में चूल्हे पर विरोध स्वरूप रोटी बनाई और कहा कि रसोई गैस की कीमतें इतनी तेजी से बढ़ी हैं कि अब इसे आम लोगों के लिए खरीदना मुश्किल होता जा रहा है। रसोई गैस की कीमत में पचास रूपए की अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है। आम आदमी की कहे जाने वाली सरकार ने आम आदमी के पेट पर ही डाका डाला है। उन्होंनें कहा कि केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार महंगाई और कीमतों में वृद्धि के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। रसोई गैस की कीमत बढ़ने से घरेलू बजट प्रभावित होगा।
भाजपा महिला मोर्चा ने विरोध स्वरूप रसोई गैस के खाली सिलेंडर के साथ प्रदर्शन किया और कहा कि केन्द्र सरकार को पेट्रोलियम कंपनियों के घाटे की चिंता है। केन्द्र की नीतियों से आम आदमी पिस रहा है और घर का बजट बिगड़ता जा रहा है। महिला मोर्चा की कार्यकर्ता खाली सिलेंडर लिए विधानसभा तक आना चाहती थीं लेकिन पुलिस ने उन्हें कैसरबाग चौराहे के पास ही रोक दिया।
सपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने रसोई गैस की कीमत में वृद्धि के विरोध में विधानसभा भवन के सामने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पुतला जलाया। भारतीय महिला फेडरेशन की प्रदेश महासचिव आशा मिश्रा ने रसोई गैस, डीजल और मिट्टी के तेल के दामों में की गई वृद्धि के लिए केन्द्र सरकार की निन्दा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में चल रही केन्द्र सरकार महंगाई की मार से बदहाल-तबाह लोगों के घरों के चूल्हे बन्द करने और गरीबों के घरों के टिमटिमाते चिरागों की रोशनी भी बुझाने का घोर जन विरोधी कृत्य कर रही है।
मिश्रा ने कहा देश में लगभग 80 करोड़ लोग 20 रूपए प्रतिदिन की आमदनी पर गुजारा कर रहे हैं। महंगाई मुद्रा स्फीति की दर दहाई में पहुंच चुका है ऎसी दशा में डीजल, रसोई गैस, मिट्टी के तेल के दामों में की गई वृद्धि से लगभग सभी जीवनोपयोगी वस्तुओं के दामों में 10 से 12 प्रतिशत मूल्य वृद्धि होगी जिसके कारण आम जनजीवन और भी कष्टप्रद हो जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें