कच्छ के सरक्रीक इलाके में मैरीन कमांडो की विशेष यूनिट की तैनाती करेगा
नई दिल्ली। पाकिस्तान-भारत सीमा से लगे कच्छ के सरक्रीक इलाके से होने वाली घुसपैठ पर निगरानी रखने के लिए भारत बीएसएफ के मैरीन कमांडो की विशेष यूनिट की तैनाती करेगा। एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि मैरीन यूनिट को खासकर सरक्रीक में हरामी नाला इलाके में तैनात किया जाएगा। कच्छ में यह इलाका दलदली, उथला वॉटर चैनल करीब 500 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
पिछले कुछ वर्षों में यह इलाका पाकिस्तानी मछुआरों द्वारा जल सीमा के उल्लंघन का गवाह रहा है।
दलदली भूमि होने की वजह से सैनिकों को इस इलाके से होने वाली तस्करी और घुसपैठ के खिलाफ कार्रवाई करने में कठिनाई आती है। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने इस इलाके में बीएसएफ की यूनिट बढ़ाने के लिए बजट में 44 करोड़ रुपये को मंजूरी दी है।
पैरामिलिट्री संगठन की यह पहली मैरीन यूनिट होगी, जिसे जमीन और जल दोनों में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
नई दिल्ली। पाकिस्तान-भारत सीमा से लगे कच्छ के सरक्रीक इलाके से होने वाली घुसपैठ पर निगरानी रखने के लिए भारत बीएसएफ के मैरीन कमांडो की विशेष यूनिट की तैनाती करेगा। एक वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि मैरीन यूनिट को खासकर सरक्रीक में हरामी नाला इलाके में तैनात किया जाएगा। कच्छ में यह इलाका दलदली, उथला वॉटर चैनल करीब 500 वर्ग किमी में फैला हुआ है।
पिछले कुछ वर्षों में यह इलाका पाकिस्तानी मछुआरों द्वारा जल सीमा के उल्लंघन का गवाह रहा है।
दलदली भूमि होने की वजह से सैनिकों को इस इलाके से होने वाली तस्करी और घुसपैठ के खिलाफ कार्रवाई करने में कठिनाई आती है। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्रालय ने इस इलाके में बीएसएफ की यूनिट बढ़ाने के लिए बजट में 44 करोड़ रुपये को मंजूरी दी है।
पैरामिलिट्री संगठन की यह पहली मैरीन यूनिट होगी, जिसे जमीन और जल दोनों में अपनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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