नूंह. दहेज के लालची एक व्यक्ति ने अपनी पुत्र वधू को बेच दिया। इसके बाद पीड़िता की इज्जत से जमकर खिलवाड़ किया गया। पीड़ित महिला की फरियाद को पुलिस ने तो अनसुना कर दिया लेकिन कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज कर लिया गया है। मामला जिले के ग्यासनियाबास गांव का है।
नगीना पुलिस के अनुसार मैमूना (बदला हुआ नाम) निवासी ग्यासनियाबास का विवाह साबिर पुत्र आस मोहम्मद निवासी जलालपुर नूंह के साथ हुई थी। ससुराल पक्ष के लोग मैमूना के माता-पिता द्वारा दिए गए दहेज से संतुष्ट नहीं थे। दहेज के लिए मैमूना को यातनाएं दी जाने लगीं। मामला फिरोजपुर झिरका कोर्ट में पहुंचा। बाद में पंचायत के माध्यम से विवाहिता के परिजनों ने उसे ससुराल जलालपुर नूंह भेज दिया।
पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि उसे ससुराल पक्ष के लोगों ने अपने रिश्तेदार काला खेड़ा निवासी साहबूद्दीन के हाथों बेच दिया, जहां उसे बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार किया गया। हद तो तब हो गई जब साहबूद्दीन ने महिला को झडमल निवासी नसीरबास के हाथों बेच दिया। नसीरबास ने 15 दिनों तक मैमूना के साथ गुप्त स्थान पर दुष्कर्म किया।
इसके बाद मैमूना को तीसरी बार ग्यासनियाबास के निवासी कमल और अहमद के हाथों बेच दिया। इन दोनों ने भी पीड़िता को एक माह तक राजस्थान के किसी अज्ञात स्थान पर उसे हवस का शिकार बनाया। मैमूना किसी तरह 16 अप्रैल को रामगढ़ राजस्थान के बस स्टैंड पर पहुंची। वहां से वह अपने मायके ग्यासनियाबास पहुंची। मैमूना ने आपबीती परिजनों को सुनाई। परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से लेकर थाना प्रबंधक तक से गुहार लगाई। लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। अंत में पीड़िता ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
फिरोजपुर झिरका कोर्ट ने मामले में संज्ञान लेते हुए नगीना पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए। इसके बाद नगीना पुलिस ने दोषियों के खिलाफ बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कर लिया है। नगीना थाना प्रभारी सुभाष चंद ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नगीना पुलिस के अनुसार मैमूना (बदला हुआ नाम) निवासी ग्यासनियाबास का विवाह साबिर पुत्र आस मोहम्मद निवासी जलालपुर नूंह के साथ हुई थी। ससुराल पक्ष के लोग मैमूना के माता-पिता द्वारा दिए गए दहेज से संतुष्ट नहीं थे। दहेज के लिए मैमूना को यातनाएं दी जाने लगीं। मामला फिरोजपुर झिरका कोर्ट में पहुंचा। बाद में पंचायत के माध्यम से विवाहिता के परिजनों ने उसे ससुराल जलालपुर नूंह भेज दिया।
पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि उसे ससुराल पक्ष के लोगों ने अपने रिश्तेदार काला खेड़ा निवासी साहबूद्दीन के हाथों बेच दिया, जहां उसे बंधक बनाकर उसके साथ बलात्कार किया गया। हद तो तब हो गई जब साहबूद्दीन ने महिला को झडमल निवासी नसीरबास के हाथों बेच दिया। नसीरबास ने 15 दिनों तक मैमूना के साथ गुप्त स्थान पर दुष्कर्म किया।
इसके बाद मैमूना को तीसरी बार ग्यासनियाबास के निवासी कमल और अहमद के हाथों बेच दिया। इन दोनों ने भी पीड़िता को एक माह तक राजस्थान के किसी अज्ञात स्थान पर उसे हवस का शिकार बनाया। मैमूना किसी तरह 16 अप्रैल को रामगढ़ राजस्थान के बस स्टैंड पर पहुंची। वहां से वह अपने मायके ग्यासनियाबास पहुंची। मैमूना ने आपबीती परिजनों को सुनाई। परिजनों ने पुलिस अधीक्षक से लेकर थाना प्रबंधक तक से गुहार लगाई। लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। अंत में पीड़िता ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
फिरोजपुर झिरका कोर्ट ने मामले में संज्ञान लेते हुए नगीना पुलिस को मामला दर्ज करने के आदेश दिए। इसके बाद नगीना पुलिस ने दोषियों के खिलाफ बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कर लिया है। नगीना थाना प्रभारी सुभाष चंद ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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