संभागीय आयुक्त के नाम तहसीलदारों व विकास अधिकारियोंसेठगी
बूंदी/कोटा। "मैं संभागीय आयुक्त प्रीतम सिंह बोल रहा हूं। मेरा परिचित बीमार है और हजारीबाग [बिहार] चिकित्सालय में भर्ती है। आप इस खाता संख्या में चालीस हजार रूपए तुरन्त जमा करा दो"। कुछ ऎसा ही फोन आया गुरूवार सुबह बूंदी जिले के तहसीलदारों व विकास अधिकारियों के पास। इंद्रगढ़ तहसीलदार गोपाल नारायण मथुरिया झांसे में आ गए और उन्होंने बताई गई रकम खाते में जमा करा दी। जब तक वे चेते तब तक बैंक से राशि निकलवाई जा चुकी थी। इंद्रगढ़ थाना अधिकारी राजेश सोनी ने बताया कि तहसीलदार की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
इस बारे में संभागीय आयुक्त प्रीतम सिह कहना है कि मेरी जानकारी में भी यह मामला आया है। बैंक में पैसा जमा कराने से पहले तहसीलदार को मुझसे या मेरे पीए से पूछना चाहिए था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभियुक्त जल्दी पकड़ा जाएगा।
बूंदी/कोटा। "मैं संभागीय आयुक्त प्रीतम सिंह बोल रहा हूं। मेरा परिचित बीमार है और हजारीबाग [बिहार] चिकित्सालय में भर्ती है। आप इस खाता संख्या में चालीस हजार रूपए तुरन्त जमा करा दो"। कुछ ऎसा ही फोन आया गुरूवार सुबह बूंदी जिले के तहसीलदारों व विकास अधिकारियों के पास। इंद्रगढ़ तहसीलदार गोपाल नारायण मथुरिया झांसे में आ गए और उन्होंने बताई गई रकम खाते में जमा करा दी। जब तक वे चेते तब तक बैंक से राशि निकलवाई जा चुकी थी। इंद्रगढ़ थाना अधिकारी राजेश सोनी ने बताया कि तहसीलदार की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
इस बारे में संभागीय आयुक्त प्रीतम सिह कहना है कि मेरी जानकारी में भी यह मामला आया है। बैंक में पैसा जमा कराने से पहले तहसीलदार को मुझसे या मेरे पीए से पूछना चाहिए था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभियुक्त जल्दी पकड़ा जाएगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें