रेगिस्तान के शाहगढ़ में चीते रखे जाएंगे,
जैसलमेर। केन्द्र सरकार आखिरकार चीतों को प्रदेश के रेतीले धोरो में बसाने की तैयारी कर रही है। यहां दो साल के भीतर 6 चीते बसाए जाएंगे। ये 6 चीते अफ्रीका से लाए जाएंगे। अब तक चीतों को बसाने को लेकर असमंजस बना हुआ था क्योंकि इन्हें हाडोती में बसाने का प्रस्ताव भी तैयार हुआ था।
वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री जयराम रमेश 11 व 12 जुलाई को जैसलमेर के दौरे पर जाएंगे। शुक्रवार को जयपुर आए रमेश ने कहा कि रेगिस्तान के शाहगढ़ में चीते रखे जाएंगे, उस इलाके को अभयारण्य जैसा नाम नहीं दिया जाएगा और ना ही संरक्षित क्षेत्र घोषित करेंगे। ऎसा करने पर कई प्रतिबंध लग जाते हैं। फिलहाल वहां गैस दोहन, मवेशियों को चराने व सेना की प्रस्तावित रेंज जैसी दिक्कतें हैं। इनका रास्ता निकालने के प्रयास किए जाएंगे। रेगिस्तान सेंक्चुअरी के रेशनलाइजेशन के लिए समिति बनाई गई है जो अगस्त में रिपोर्ट देगी।
जैसलमेर। केन्द्र सरकार आखिरकार चीतों को प्रदेश के रेतीले धोरो में बसाने की तैयारी कर रही है। यहां दो साल के भीतर 6 चीते बसाए जाएंगे। ये 6 चीते अफ्रीका से लाए जाएंगे। अब तक चीतों को बसाने को लेकर असमंजस बना हुआ था क्योंकि इन्हें हाडोती में बसाने का प्रस्ताव भी तैयार हुआ था।
वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री जयराम रमेश 11 व 12 जुलाई को जैसलमेर के दौरे पर जाएंगे। शुक्रवार को जयपुर आए रमेश ने कहा कि रेगिस्तान के शाहगढ़ में चीते रखे जाएंगे, उस इलाके को अभयारण्य जैसा नाम नहीं दिया जाएगा और ना ही संरक्षित क्षेत्र घोषित करेंगे। ऎसा करने पर कई प्रतिबंध लग जाते हैं। फिलहाल वहां गैस दोहन, मवेशियों को चराने व सेना की प्रस्तावित रेंज जैसी दिक्कतें हैं। इनका रास्ता निकालने के प्रयास किए जाएंगे। रेगिस्तान सेंक्चुअरी के रेशनलाइजेशन के लिए समिति बनाई गई है जो अगस्त में रिपोर्ट देगी।
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