भारतीयों को जॉब देने पर ब्रिटेन मे प्रदर्शन
लंदन। ब्रिटेन की कई कंपनियों द्वारा भारतीय तकनीशियनों को आउटसोर्सिग की नौकरियां देने पर वहां के दो बड़े श्रमिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। ब्रिटिश सरकार द्वारा बजट में कटौती और आउटसोर्सिग को मंजूरी के खिलाफ "यूनीसन" और "यूनाइटेड" संगठनों ने व्यापक विरोध करने का ऎलान किया है।
यूनीसन के प्रवक्ता ने बताया कि में स्थितियों पर करीब से नजर रखे हुए हैं और हम चौकसी बरत रहे हैं। यूनीसन ने बर्मिघम सिटी में काम कर रहे अपने 10000 सदस्यों को हड़ताल के लिए प्रेरित करना शुरू कर दिया है। संगठन का कहना है कि सरकार ने आईटी क्षेत्र के 70 बड़े अफसरों को बेरोजगारी का नोटिस थमा दिया है और भारतीयों के लिए नौकरियां आउटसोर्स कर रही है। यूनीटेक श्रमिक संगठन का कहना है कि यह तो सरकार के कारनामों की झलक भर है , वह कर्मचारियों के साथ लगातार अन्याय कर रही है, इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जापएगा।
यूनीसन ने कहा कि ब्रिटेन सरकार को भारत से सस्ते श्रमिक मिल जाते हैं इसलिए वह भारत में कई जॉब आउटसोर्स कर रही है। जबकि ब्रिटेन के कर्मचारियों को यह कहकर नौकरी से निकाल दिया जाता है कि वे पहले अपने आईटी स्किल्स को निखारें।
गौरतलब है कि कैमरून सरकार ने जब से बजट मे कटौती का बिल पेश किया है तब से ब्रिटेन में लगभग 7116 लोगो ने नौकरियां खो दी हैं। जबकि भारतीय आईटी प्रोफेशलन को ब्रिटेन से कई जॉब आउटसोर्स की जा रही हैं।
लंदन। ब्रिटेन की कई कंपनियों द्वारा भारतीय तकनीशियनों को आउटसोर्सिग की नौकरियां देने पर वहां के दो बड़े श्रमिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन की तैयारियां शुरू कर दी हैं। ब्रिटिश सरकार द्वारा बजट में कटौती और आउटसोर्सिग को मंजूरी के खिलाफ "यूनीसन" और "यूनाइटेड" संगठनों ने व्यापक विरोध करने का ऎलान किया है।
यूनीसन के प्रवक्ता ने बताया कि में स्थितियों पर करीब से नजर रखे हुए हैं और हम चौकसी बरत रहे हैं। यूनीसन ने बर्मिघम सिटी में काम कर रहे अपने 10000 सदस्यों को हड़ताल के लिए प्रेरित करना शुरू कर दिया है। संगठन का कहना है कि सरकार ने आईटी क्षेत्र के 70 बड़े अफसरों को बेरोजगारी का नोटिस थमा दिया है और भारतीयों के लिए नौकरियां आउटसोर्स कर रही है। यूनीटेक श्रमिक संगठन का कहना है कि यह तो सरकार के कारनामों की झलक भर है , वह कर्मचारियों के साथ लगातार अन्याय कर रही है, इसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जापएगा।
यूनीसन ने कहा कि ब्रिटेन सरकार को भारत से सस्ते श्रमिक मिल जाते हैं इसलिए वह भारत में कई जॉब आउटसोर्स कर रही है। जबकि ब्रिटेन के कर्मचारियों को यह कहकर नौकरी से निकाल दिया जाता है कि वे पहले अपने आईटी स्किल्स को निखारें।
गौरतलब है कि कैमरून सरकार ने जब से बजट मे कटौती का बिल पेश किया है तब से ब्रिटेन में लगभग 7116 लोगो ने नौकरियां खो दी हैं। जबकि भारतीय आईटी प्रोफेशलन को ब्रिटेन से कई जॉब आउटसोर्स की जा रही हैं।
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