हरिद्वार. भ्रष्टाचार और काले धन के विरोध में अनशन कर रहे बाबा रामदेव के समर्थक शुक्रवार को भड़क गए। वे सोनिया गांधी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे।
बाबा ने 4 जून से अपना अनशन शुरू किया था। तब उन्होंने कहा था कि वह 30 दिन आराम से अनशन कर सकते हैं, लेकिन शुक्रवार को उनकी हालत काफी बिगड़ गई। आज अनशन का सातवां दिन था। डॉक्टर तीन दिन से बता रहे थे कि उनकी हालत बिगड़ रही है। उन्हें अस्पताल ले जाने की जरूरत है। आज सुबह भी डॉक्टरों ने यही रिपोर्ट दी।
दोपहर में बाबा अचानक बेसुध से हो गए। जिला प्रशासन को यह खबर मिली तो हरिद्वार के डीएम, एसपी मेडिकल टीम को लेकर बाबा के आश्रम में पहुंचे और उन्हें एंबुलेंस में अस्पताल ले गए।
इस बीच बाबा के समर्थकों का गुस्सा बढ़ता गया और वे केंद्र सरकार और सोनिया गांधी के विरोध में नारे लगाने लगे।केंद्र सरकार ने बाबा रामदेव की मांगें मानने से तो एक तरह से इनकार कर ही दिया है, शुक्रवार को उनकी सेहत को लेकर जिम्मेदारी से भी पल्ला झाड़ लिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि यह उत्तरखंड सरकार की जिम्मेदारी है। अन्ना हजारे और स्वामी अग्निवेश का कहना था कि मानवीय आधार पर केंद्र सरकार को दखल देकर बाबा का अनशन तुड़वाना चाहिए।
बाबा का अनशन तुड़वाने के लिए आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने देहरादून के अस्पताल में बाबा से मुलाकात की। समझा जाता है कि कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने श्री श्री से अनुरोध किया था कि वह बाबा को अनशन तोड़ने के लिए राजी करें।
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