मंगलवार, 28 जून 2011

2 की 'मौत' फिर भी ठंडी नहीं पडी आग, नागिन की मौत पर बौखलाया नाग






अम्बाला सिटी. पता नहीं हमसे क्या भूल हुई जो नागिन ने इस तरह बदला लिया। हंसते खेलते परिवार के बीच दुखों की काली छाया धकेल दी। जिंदगी जीने के सभी मायने ही खत्म हो चुके हैं। पत्नी और बेटे की मौत से सहमे रविंद्र सिंह की जुबान पर यही शब्द थे।
आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। बेटी बार-बार मां और भाई के पास जाने की जिद कर रही थी। हर कोई दोनों को सांत्वना देने की कोशिश कर रहा था। लेकिन दुख ही ऐसा था कि दोनों उस पल को याद कर सहम उठते थे।
नाग से बिछड़ चुकी थी नागिन
सांप के डसने पर मंजीत कौर व बेटे जसप्रीत सिंह का इलाज करने पहुंचे बाबा नागराज ने कहा कि दोनों को जहरीली नागिन ने काटा है। यह नाग नागिन का जोड़ा था।
अचानक कदमों की आहट सुनकर नागिन कमरे में दाखिल हो गई। तब नाग बाहर ही रह गया था। काफी देर तक नागिन बाहर जाने के लिए छटपटाती रही।
लेकिन उसके बाहर जाने का रास्ता नहीं था। तब जहरीली नागिन ने मां-बेटे को डंस लिया था जिससे कुछ ही घंटों बाद दोनों की मौत हो गई थी। बाद में रविंद्र सिंह ने नागिन को ही मार दिया।
अब नाग उनके घर के आसपास मंडरा रहा है। आसपास के लोगों ने भी घर के आसपास सांप को देखा। नाग बाबा के मुताबिक यह नाग अपनी नागिन को देखने के लिए तड़प रहा है जिसे लोगों ने जमीन में दफना दिया।
टोटका भी नहीं आया काम
मंजीत कौर को गंभीर हालत में सिटी सिविल अस्पताल से पीजीआई रेफर किया था। मगर बीच रास्ते में ही मंजीत कौर ने दम तोड़ दिया था। तब रविंद्र सिंह उसे पटियाला में एक बाबा के पास लेकर पहुंचे थे। काफी देर तक टोटका चलता रहा मगर बाद में मंजीत कौर को मृत घोषित कर दिया गया।
घर पहुंचे तो बेटे जसप्रीत की भी तबीयत खराब हो चुकी थी। तब बाबा नागराज को बुलाया था। कोई टोटका काम नहीं आया। लिहाजा बेटे ने भी दम तोड़ दिया।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें