शनिवार, 21 मई 2011

डेढ़ घंटे रहे गले तक जमीन के भीतर गोशालाओं के लिए अनुदान की मांग


डेढ़ घंटे रहे गले तक जमीन के भीतर
गोशालाओं के लिए अनुदान की मांग
नागौर

जोधपुर रोड स्थित गो धाम तीर्थ पर गोशालाओं के लिए अनुदान की मांग को लेकर जारी आंदोलन में शुक्रवार को योग साधना के बल पर भूमिगत समाधि लेकर अनुदान की मांग की गई।

चूरू निवासी गो भक्त मामराज प्रजापत ने योग साधना के बल पर भूमिगत समाधि ले ली। इससे पहले उन्हें कंधों पर बिठाकर आंदोलन स्थल तक नारेबाजी करते हुए लाया गया। बाद में एक गहरा खड्ड़ा खोद प्रजापत ने भूमिगत समाधि ली। उन्होंने डेढ़ घंटे तक अपने सिर को छोड़कर शेष शरीर को भूमि में समा दिया। भीषण गर्मी में भी वे टस से मस नहीं हुए। इससे पूर्व सैकड़ों गो भक्तों का अनिश्चितकालीन अनशन शुक्रवार को भी जारी रहा। कुशाल सिंह सांखला के नेतृत्व में गोभक्तों ने अनुदान के लिए जमकर नारेबाजी की।

इस दौरान रंगनाथ सूरतगढ़ आश्रम के महंत बालक नाथ, खुडख़ुड़ा के सिद्ध धूणा महंत हेमगिरी महाराज, खुडख़ुड़ा के शीतला माता मंदिर के महंत रामेश्वर गिरी, जोधपुर के स्वरूप गढ़ महंत महामंडेलश्वर रामानंद महाराज आदि ने कहा कि सरकार को अनुदान देना ही होगा। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि समय रहते मांग पर सुनवाई नहीं हुई तो आंदोलन को तेज किया जाएगा।


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