प्रसूता की मौत के बाद परिजनों और अस्पताल कर्मचारियों ने पीटा अधीक्षक को , ऑपरेशन थियेटर के दरवाजे के कांच तोड़ किया हंगामा
जोधपुर। उम्मेद अस्पताल में प्रसूता की मौत से गुस्साए परिजनों और अस्पताल कर्मचारियों ने हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ.नरेंद्र छंगाणी और डॉ.कमलेश माथुर को पीटने के बाद उनके कपड़े फाडऩे के साथ ही ऑपरेशन थियेटर के मुख्य द्वार और कॉटेज वार्ड में दरवाजे तोड़कर हंगामा किया।
पालरोड रूपनगर निवासी 23 वर्षीय सारिका (ममता) पत्नी जसवंत सिंह को मंगलवार दोपहर दो बजे जनाना अस्पताल में प्रसव पीड़ा होने पर भर्ती करवाया गया, जहां बुधवार सुबह उसकी नॉर्मल डिलेवरी हुई। इसी दौरान अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी तबीयत बिगडऩे लगी तो डॉक्टरों ने जांच के लिए उसे ऑपरेशन थियेटर भेज दिया। परिजनों का आरोप है कि वहां कार्यरत डॉ.श्रुति ने उसकी समय पर देखभाल नहीं की। परिजनों ने इस बारे में डॉ.श्रुति को शिकायत भी की। उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो उसे खून चढ़ाया गया, लेकिन डॉक्टर उसे बचा न सके।
ऐसे में उम्मेद अस्पताल में ही चालक और चतुर्थ श्रेणी पद पर कार्यरत सारिका के -ससुर और परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए सुबह आठ बजे हंगामा किया और ओटी के मेनगेट के कांच तोड़ दिए। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से समझाने की कोशिश, लेकिन वे नहीं माने और कॉटेज वार्ड के कांच भी तोड़ डाले। इस घटना से नाराज परिजनों के साथ मिलकर अस्पताल कर्मचारियों ने अधीक्षक डॉ.नरेंद्र छंगाणी को पीटने लगे। बीच-बचाव करने आए डॉ.कमलेश मूथा को भी लोगों ने पीटा। पुलिस ने डॉ.छंगाणी को घर पहुंचाया। वहीं मामले को लेकर अस्पताल व पुलिस प्रशासन ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
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