मंगलवार, 31 मई 2011

मौतों का कारण संक्रमित ग्लूकोज


मौतों का कारण संक्रमित ग्लूकोज 

जोधपुर। उम्मेद अस्पताल में फरवरी में हुई प्रसूताओं की मौत का कारण आईवी फ्लुइड (ग्लूकोज) में संक्रमण को माना गया है। साथ ही अस्पताल में बढ़ते दबाव व लचर व्यवस्थाओं को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
सम्भागीय आयुक्त रमेश कुमार जैन ने प्रसूताओं की मौत की 2 हजार 238 पेज की जांच रिपोर्ट चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुुख शासन सचिव मुकेश शर्मा को भेज दी है। इसमें अस्पताल की व्यवस्था सुधारने को लेकर आवश्यक कदम उठाने तथा लापरवाही बरतने के कारण निलम्बित किए गए तीनों चिकित्सकों सहित अन्य कार्मिकों को 17 सीसीए के नोटिस देकर बहाल करने की अनुशंसा की गई है।
सूत्रों के अनुसार सम्भागीय आयुक्त जैन ने मुख्य रूप से तीन बिन्दुओं पर जांच की। इनमें प्रसूताओं की मौत का क्या कारण रहा, जिम्मेदार कौन थे तथा भविष्य में ऎसी घटनाएं रोकने के लिए क्या किया जाएं। उन्होंने मुख्यत: 8 से 22 फरवरी तक जिन 16 प्रसूताओं की मौत हुई थी, इसकी पड़ताल की गई। मृतकों में 11 ग्रामीण तथा 5 शहरी प्रसूताएं शामिल थीं। इनकी मौत का कारण संक्रमित आईवी फ्लुइड माना गया । मुख्यत: ग्रामीण क्षेत्र की प्रसूताओं की मौतों को लेकर कई कारणस सामने आए ।
 गांवों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों व उप स्वास्थ्य केन्द्रों की लचर व्यवस्थाओं को भी इंगित किया गया। गांवों में प्रसूता का सही ख्याल नहीं रखा जाता। मसलन, प्रसूता के समय पर टीका नहीं लगाया जाता, उसे आयरन की गोलियां सहित अन्य दवाइयां समय पर नहीं मिलती। इससे अमूमन सामान्य प्रसव नहीं हो पाता। नतीजतन सम्बन्घित महिला को गम्भीर हालत में जोधपुर रेफर कर दिया जाता है। कई दफा तो सामान्य प्रसव की स्थिति में भी महिलाओं को जोधपुर रेफर किया जाता है। इससे उम्मेद अस्पताल में अत्यघिक दबाव बढ़ गया।

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