रविवार, 22 मई 2011

इंटरनेट पर शादी की तो समाज से बहिष्कृत



इंटरनेट पर शादी की तो समाज से बहिष्कृत 
बूंदी। पंच-पटेलों का एक तुगलकी फरमान दो परिवारों पर भारी पड़ गया। मानसरोवर कॉलोनी निवासी मोहम्मद शफी ने इस्तगासे में बताया कि उसके पुत्र इंजीनियर शाहनवाज का विवाह डॉ.राशिदा पुत्री जमालुद्दीन निवासी फरीदाबाद हरियाणा से तय हुआ। यह रिश्ता इंटरनेट के माध्यम से तय हुआ था।
मुस्लिम रीतिरिवाज से बूंदी में शहर काजी ने विवाह कराया। इस दौरान रात्रि भोज कार्यक्रम था, लेकिन समाज के कुछ लोगों के फरमान के कारण अधिकतर लोग विवाह में सम्मिलित नहीं हुए। इससे खाना बिगड़ा तथा परिवार को शर्मसार होना पड़ा। इस मामले में पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। जांच पुलिस उप निरीक्षक बनवारीलाल को सौंपी गई है।
फरमान में यह तर्क दिया गया कि दोनों परिवारों ने मुस्लिम रीति-रिवाज के खिलाफ विवाह किया है। इसलिए समाज का कोई परिवार इनसे सम्पर्क नहीं रखेगा। यदि कोई विवाह में गया तो पांच हजार का जुर्माना होगा। साथ ही शादी करने वाले परिवार को समाज से बहिष्कृत कर दिया। इस बारे में जिला कलक्टर आरती डोगरा का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है, उचित कार्रवाई की जाएगी।

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