शुक्रवार, 20 मई 2011

जैसलमेर के मांगणियार कलाकार दारे खान की जिंदगी को बचाने आगे आए गहलोत


जैसलमेर के मांगणियार कलाकार दारे खान की जिंदगी को बचाने आगे आए गहलोत
मुख्यमंत्राी सहायता कोष से साढे़ पांच लाख रूपये किये मंजूर
जैसलमेर, 20 मई/ स्वर्ण नगरी जैसलमेर में जन्मा दारे खान, मांगणियार कलाकार, कमायचा वादन के जरिए दुनिया में धूम मचाई, सिर्फ 30 साल की उम्र में दोनांे किडनियां खराब हो गई, आज जिन्दगी के लिए संघर्ष करने को मजबूर,यह जानकारी मिली तो मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत मदद को आगे आ गये। इलाज का समूचा खर्च साढे़ पांच लाख रूपये मुख्यमंत्राी सहायता कोष से दिये जाने की मंजूरी दे दी । यह सिर्फ मिसाल है मुख्यमंत्राी के कला, साहित्य एवं पत्राकारों के प्रति मान सम्मान की।
 दारे खान पहले ऐेसे कलाकार नहीं हैं जिनके  लिए मुख्यमंत्राी मदद को आगे आए हैं । इससे  पहले मुख्यमंत्राी ने ऐसा ही सम्मान तब दिखाया जब उन्हें एक समाचार पत्रा से जानकारी मिली कि मशहूर रंगमंच एवं फिल्म कलाकार ए. के. हंगल मुंबई में फाकाकशी के हालात में अपना इलाज नहीं करवा पा रहे है। मुख्यमंत्राी ने तब दो लाख रूपये की सहायता तुंरत हंगल को भिजवायी थी।
दारे खान के बारे में उसकी कला  के कायल कुछ शुभ चिंतकांे ने जानकारी मुख्यमंत्राी तक पहंचाई कि उसके दोनांे गुर्दे खराब हो चुके हैं और इन दिनों वे दिल्ली के पुष्पावती सिंघानिया रिसर्च इस्टीट्यूट में डायलिसिस पर हैं। उनका गुर्दा प्रत्यारोपण किया जाना है। पत्नी चम्पा  उनके जीवन को बचाने के लिए गुर्दा दान कर रही है। इस पर कुल साढे़ पांच लाख रूपये खर्च होने का अनुमान है। मुख्यमंत्राी ने अपने ही प्रदेश की इस कला धरोहर को बचाने को इलाज के लिए आवश्यक पूरे साढे़ पांच लाख रूपये मंजूर कर दिये है।
संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजे गये ख्यातनाम कमायचा कलाकार साकर खान के पुत्रा दारे खान ने 6 साल की उम्र से ही कमायचा वादन शुरू किया तथा वे अब तक डूला विले (पैरिस), रायल अल्बर्ट हाल, क्वीन ऐलिजाबैथ हॉल (लंदन), लिलकोन सेंटर (न्यूयार्क), कैनेडी सेंटर (वाशिंगटन), में अपनी प्रस्तुति देने के अलावा दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद सहित देश एवं विदेश में अनेक ख्याति प्राप्त समारोहों में कमायचा वादन का रंग बिखेर चुके हैं।
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