गुरुवार, 26 मई 2011

फरीदाबाद में घरों पर विमान गिरा, 10 लोगों की मौत


फरीदाबाद में घरों पर विमान गिरा, 10 लोगों की मौत

फरीदाबाद. पटना से दिल्ली आ रहा एक एयर एंबुलेंस यहां पर्वतीय कालोनी में स्थित एक मकान पर जा गिरा। हादसे में विमान में सवार दो पायलट और पांच यात्रियों की मौत हो गई।

जिस मकान की छत पर विमान गिरा उस परिवार की तीन महिलाओं की भी जान चली गई। बुधवार रात 11 बजे हुए इस हादसे में और लोगों के मारे जाने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।


विमान बेतिया के रहने वाले 12वीं के छात्र बीस वर्षीय राहुल राज को लेकर पटना से दिल्ली के अपोलो अस्पताल आ रहा था। राहुल के पिता राजेश कुमार दवा व्यवसायी हैं। राहुल उनका इकलौता बेटा था। पीलिया का मरीज राहुल राज पटना के जगदीश मेमोरियल अस्पताल में भर्ती था। इस वजह से उसकी किडनी फेल हो गई थी। उसे लेने के लिए दो डाक्टर दिल्ली से पटना गए थे।

वापसी में विमान में दोनों डाक्टर अरशद व डाक्टर राजेश, दो पायलट हरप्रीत व मनजीत और राहुल राज के साथ उसकी देखरेख के लिए उसका चचेरा भाई रत्नेश कुमार व एक मेल नर्स शिरीन सहित कुल सात लोग सवार थे। दिल्ली के करीब पहुंचते ही विमान रात 10.45 पर रडार से गायब हो गया और नियंत्रण कक्ष से उसका संपर्क कट गया। इस दौरान फरीदाबाद में मौसम भी बेहद खराब था और तेज आंधी चल रही थी।


प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विमान हवा में ही जलने लगा और कुछ लोग उससे नीचे गिरते हुए देखे गए। इस दौरान पर्वतीय कालोनी में रहने वाले दीपक अपने दो मंजिले मकान की छत पर भांजे यश को लेकर बैठा था। साथ में उसकी पत्नी विद्या, मां वेदवती और बहन सुनीता भी थीं। उनके पिता शोभाराम पुत्रवधू के छत पर होने के कारण नीचे की मंजिल में ही थे।

इसी दौरान दीपक ने ऊपर से आग के गोले जैसे कोई चीज गिरती देखी तो वे चीखते हुए यश को लेकर बगल की छत पर कूद गए। लेकिन जब तक उनकी मां,पत्नी और बहन कुछ समझ पातीं तब तक विमान का मलबा छत पर आ गिरा और तीनों उसके नीचे दब गईं। इसके बाद विमान में लगी आग से मकान में भी आग लग गई। लेकिन इसके पहले मकान मालिक शोभा राम और किराएदार निशांत बहादुर सहित उसके परिवार के चार सदस्य बाहर निकल चुके थे। विमान के जलते हुए मलबे की वजह से अगल-बगल के मकान भी आग की चपेट में आ गए।


अनुमान लगाया जा रहा है कि विमान खराब मौसम के कारण हादसे का शिकार हुआ। घटना के समय फरीदाबाद और उसके आसपास धूल भरी तेज आंधी चल रही थी। इस कारण बिजली आपूर्ति बाधित थी। इससे राहत कार्य में भी बाधा आई।

राहत कार्य मुकम्मल न होने के कारण रात 12:35 बजे उस मकान में फिर से आग लग गई, जिस पर विमान गिरा था। फरीदाबाद के कई अस्पतालों सहित वायुसेना की एंबुलेंस भी राहत कार्य में जुटी थी। 

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