रविवार, 27 मार्च 2011

श्रृद्धा सहित स्मरण किया शहीद जयसिंह भाटी की शहादत को मातृ भूमि की रक्षा के लिए तत्पर रहना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य


श्रृद्धा सहित स्मरण किया शहीद जयसिंह भाटी की शहादत को
मातृ भूमि की रक्षा के लिए तत्पर रहना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य

            जैसलमेर, 27 मार्च/ जैसलमेर वासियों ने रविवार को शहीद जयसिंह भाटी स्मृति संस्थान के तत्वावधान में जिला मुख्यालय पर हनुमान चौराहा पर स्थित श्रृद्धांजलि कार्यक्रम के अवसर पर ’’ जैसाण ( देवड़ा )  ’’ के वीर सपूत शहीद जयसिंह भाटी की शहादत श्रृद्धा सहित स्मरण किया गया। पूर्व महारावल जैसलमेर श्री बृजराज सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित 15 वें श्रृद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता जिला कलक्टर श्री गिरिराज सिंह कुशवाहा ने की। आसेरी मठ के महन्त श्री शिवसुखनाथ जी के परम् सानिध्य में आयोजित श्रृद्धांजलि कार्यक्रम के अवसर पर जैसलमेर विधायक श्री छोटूसिंह भाटी, नगरपालिका अध्यक्ष श्री अशोक तंवर, पूर्व विधायक श्री गोवर्द्धन कल्ला, श्री किशनसिंह भाटी,  सम समिति की प्रधान श्रीमती लक्ष्मीकंवर, जैसलमेर समिति के प्रधान श्री मूलाराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री गणपतलाल, समादेष्टा सीमा सुरक्षा बल श्री अर्जुन सिंह राठौड़ विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
     देश हित के लिये सर्वोपरी रह कर कार्य करें
            पूर्व महारावल श्री बृजराज सिंह ने शहीद भाटी को श्रृद्धासूमन अर्पित करते हुए कहा कि जैसाण की धरती सदैव वीर सपूतों एवं शहीदों की रही है। देवड़ा निवासी शहीद जयसिंह भाटी ने कश्मीर में आतंकवादियो से लोहा लेते हुए देश की रक्षा के लिए अपने प्राणो की आहूती दी जो सदैव चिरस्थाई रहेगी। उन्होंने कहा कि मातृ भूमि की रक्षा के लिये तत्पर रहना प्रत्येक नागरिक कर्तव्य है। उन्होने कहा कि हमें जाति-धर्म से ऊपर उठ कर देश के हित के लिये सर्वोपरी कार्य करना है। उन्होंने प्रेम एवं भाईचारे के साथ सभी को संगठित होकर राष्ट्र के प्रति सच्ची भावना जीवन में उतारने का आह्वान किया।
      अपने क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य वीरता प्राप्त करें
            जिला कलक्टर श्री गिरिराज सिंह कुशवाहा ने शहीद को श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जिन शहीदों ने मातृ भूमि की रक्षा के लिये अपने प्राणों का उत्सर्ग किया है वे सभी शहीद देश वासियों के लिए हमेशा प्रेरणा स्त्रौत बने रहेगें। उन्होने कहा कि शहीद भाटी ने अंतिम सांस तक अपने दायित्वों का निर्वहन कर सच्ची राष्ट्रभक्ति एवं कर्तव्य परायणता का परिचय दिया उससे युवा पीढ़ी को सीख लेनी चाहिए।
            उन्होनें कहा कि हम जिस क्षेत्र में कार्य कर रहे उनमें ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य करके भी वीरता को प्राप्त कर सकते है इसलिए आज की युवापीढ़ी को अपने क्षेत्र में ईमानदारी से कार्य करने की जरूरत है।
            सीमांतवासी  सुरक्षा के लिये तत्पर रहे
            जैसलमेर विधायक श्री छोटूसिंह भाटी ने कहा कि जैसलमेर जिला भारत-पाक सीमा पर होने के कारण यहां के निवासियों की देश की सुरक्षा के प्रति और अधिक जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि सीमा वाशिन्दों का कर्तव्य है कि सीमा पर यदि को ई असामाजिक तत्व देशद्रौही गतिविधियों को करता हुआ नजर आए तो उसकी सूचना तत्काल सीमा सुरक्षा बल एवं पुलिस को देवें ताकि समय रहते इस प्रकार की गतिविधियों पर लगाम कसी जा सके। उन्होने कहा कि शहीद भाटी ने राष्ट्र भक्ति के लिए अपना बलिदान किया है जिससे जैसलमेर जिले का नाम सदैव रौशन रहेगा।
            शहीद की मूर्ति लगाने में सहयोग का विश्वास दिलाया
            नगरपालिकाध्यक्ष श्री अशोक तंवर ने श्रृद्धा सूमन अर्पित करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनो से युवापीढ़ी को राष्ट्रभक्ति की भावना की सीख मिलती है। उन्होने नगरपालिका द्वारा शहीद भाटी की मूर्ति स्थापित करने के लिये पूर्ण सहयोग देने का विश्वास दिलाया। पूर्व विधायक श्री गोवर्द्धन कल्ला कहा कि शहीद भाटी ने राष्ट्र की रक्षा के लिये जो बलिदान दिया उससे युवा पीढ़ी को अपने जीवन में उतारना ही शहीद को सच्ची श्रृद्धांजलि अर्पित करना है।
       इन्होंने भी रखे विचार
श्रृद्धांजलि समारोह के अवसर पर समादेष्टा श्री अर्जुन सिंह राठौड़ , जैसलमेर समिति के प्रधान श्री मूलाराम चौधरी ,पुलिस उप अधीक्षक श्री पहाड़ंिसंह राजपुरोहित, समाजसेवी तिलोकखत्री, लखसिंह भाटी, शहीद जयसिंह भाटी के साथ सेवा दे चुके श्री भंवरसिंह राठौड़ ने भी शहीद को श्रृद्धासूमन अर्पित करते हुए कहा कि हमे देश के प्रति समर्पित होकर कार्य करने को सर्वोच्च स्थान देना चाहिए।
    
     जैसाण की पुरातन परम्परा का किया पालन
संस्था केे अध्यक्ष श्री किशन सिंह भाटी ने कहा कि शहीद भाटी ने कश्मीर में उग्रवादियों के साथ शौर्यपूर्ण संघर्ष करते हुए वीरगति प्राप्त कर जैसाण की पुरातन परम्परा का पालन किया गया है। समारोह में डाईट का व्याख्याता उगमदान बारहठ ने कविता प्रस्तुत कर शहीद को काव्यांजलि अर्पित की। मनोहर पुरोहित ने भी शहीद को श्रृद्धांजलि के रूप में कविता पाठ किया।
            प्रारंभ में संस्थान के सचिव एवं पूर्व विधायक डॉ.जालमसिंह रावलोत ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्था का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
    
     सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने शस्त्र सलामी दी
श्रृद्धांजलि समारोह में सीमा सुरक्षाबल के जवानों ने शहीद को शस्त्र सलामी दी। अतिथियों द्वारा शहीद की फोटो के समक्ष माल्यार्पण कर श्रृद्धांजलि अर्पित की गई। शहीद की तस्वीर पर उपस्थित लोगों ने भी पुष्प अर्पित कर शहीद को सच्ची श्रृद्धांजलि अर्पित की            गई।
            समारोह में श्री सवाईसिंह देवड़ा, समाजसेवी हरिकृष्ण व्यास, पन्नेसिंह देवड़ा , इन्द्रसिंह देवड़ा , तारेन्द्रसिंह , खुमानसिंह भाटी, प्रभूदान देथा, शम्भूदान ,रामसिंह ओला, भगवानदास गोपा, विद्याधर पालीवाल के साथ ही नगर के प्रबुद्ध नागरिकगण एवं ग्रामीणॉंचलों से आए ग्रामीणजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अध्यापक श्री शैतानसिंह पूनमनगर ने किया।
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