सोमवार, 17 जनवरी 2011

बीएसएफ ऑपरेशन के सुपरविजन





बीएसएफ ऑपरेशन के सुपरविजन

बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान स्थित सरहदी बाखासर के रेगिस्तान और गुजरात के रण-कछ क्षेत्र के लवणीय व दलदली जमीं तक ऑपरेशन सर्द हवा के चलते जवानों की नफरी में इजाफा किया गया है। ऑपरेशन के सुपरविजन को लेकर बीएसएफ के आला अधिकारी भी पोस्ट पर डेरा डाले हुए हैं,जो जवानों की हौसला अफजाई कर रहे हैं। इस इलाके में तारबंदी के रास्ते नशीले पदार्थ व नकली नोट व अन्य प्रतिबंधित वस्तुओं की तस्करी की आशंका के चलते सीमा पर स्नफी डॉग की मदद भी ली जा रही है। बाखासर क्षेत्र के सीमावर्ती गांव ब्राह्मणों की ढाणी, स्वामी का टीला एवं लालपुर स्थित बीएसएफ की पोस्ट पर ऊंटों पर सवार होकर गश्त करते जवान दूरबीन से सरहद पर नजर गड़ाए हुए हैं। रण-कछ क्षेत्र से सटे बाखासर के सरहदी इलाके में तैनात जवान अब्दुल गफूर का कहना है कि थार की रेतीली व सर्द हवा और रण-कछ की नमी युक्त हवा के थपेड़ों के बीच सरहद की रखवाली करने में मुश्किल नहीं बल्कि हम जवानों को गर्व महसूस हो

रहा है।

मौसम विपरीत हौंसला बुलंद

एक और जहां प्रदेश में पड़ रही कड़ाके की ठंड के दौरान सड़कों पर इक्का दुक्का आदमी ही नजर आ रहा है। वहीं बाड़मेर के बाखासर क्षेत्र के सीमावर्ती इलाके की गांव-ढाणियों में बीएसएफ के जवान डयूटी दे रहे हैं। यही नहीं रण-कछ इलाके में समुद्र किनारे से उठती शूल सी हवाओं के बीच जवान सरहद पर पैदल पेट्रोलिंग कर सीमा पर नजर रख रहे हैं। यहां स्थित नमक की झील के आसपास का इलाका दलदली होने से जवानों को पैदल गश्त करने में भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। इसके बावजूद जवान सुबह से लेकर पूरी रात बारी-बारी से पैदल व वाहनों से गश्त में जुटे हैं।

जीरो लाइन पर खुर्रा चैकिंग

ऑपरेशन सर्द हवा के तहत जीरो लाइन पर शाम गहराने के साथ ही न्यूनतम तापमान पांच डिग्री पहुंच जाने पर विशेष सतर्कता बरतते हुए जवान ब्राह्मण की ढाणी में तारबंदी स्थित गेट खोलकर जीरो लाइन पर खुर्रा चैकिंग करते हुए पैरों के निशान के आधार पर यह जानने की कोशिश करते हैं कि सीमा के उस पार से कोई आदमी या पशु अनाधिकृत
रूप से प्रवेश तो नहीं कि  

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