गुरुवार, 22 नवंबर 2018

*राहुल बारहट बाड़मेर के नए पुलिस अधीक्षक,अग्रवाल को हटाया*


*राहुल बारहट बाड़मेर के नए पुलिस अधीक्षक,अग्रवाल को  हटाया*

*राज्य निर्वाचन आयोग की स्वीकृति के बाद आईपीएस राहुल बारहट बाड़मेर के नए पुलिस अधीक्षक होंगे।।मनीष अग्रवाल को बाड़मेर से हटाकर ए पी ओ किया। 

*झालावाड़ की जनता पर वैसा ही अत्याचार है जैसा बाड़मेर की जनता पर हुआ,आक्रोश वोट में बदल रहा है मानवेन्द्र सिंह





*झालावाड़ की जनता पर वैसा ही अत्याचार है जैसा बाड़मेर की जनता पर हुआ,आक्रोश वोट में बदल रहा है मानवेन्द्र सिंह


जयपुर: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में झालरापाटन की सीट चर्चा का मुद्दा बनी हुई है. यहां से कांग्रेस ने बाड़मेर से पूर्व सांसद और शिव के बीजेपी विधायक रहे कर्नल मानवेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है. जाहिर है कि इससे पहले केन्द्रीय मंत्री रहे जसवंत सिंह ने भारतीय जनता पार्टी से बगावत करके बाड़मेर-जैसलमेर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था.

खास बातचीत के दौरान मानवेन्द्र सिंह ने कई मुद्दों पर खुलकर अपना रुख साफ किया. उन्होंने बताया कि वो अब पूरे राजस्थान में मौजूदा सरकार और शासन के खिलाफ कांग्रेस प्रचारक के रूप में अपना और जनता का पक्ष रखेंगे. झालावाड़ से भी अपने रिश्ते को लेकर उन्होंने बाड़मेर से शिफ्टिंग के बाद का मानस साफ किया.


मैं तो लोकसभा चुनाव लड़ना चाहता था -

मानवेन्द्र सिंह ने बातचीत के दौरान ये साफ कर दिया कि उनकी प्राथमिकता बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट थी. जहां से वो लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें झालावाड़ विधानसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया है. जिसकी जानकारी उन्हें आखिरी मौके पर मिली, उन्होंने जीत के लिये जनता के बीच जाकर समस्या समाधान की राह को तैयार करना बताया. सिंह ने कहा कि बेरोजगारी और किसानों की समस्याएं प्रदेश में आज भी अछूती है. झालावाड़ आकर जब वो लोगों से मिले, तो ऐसी ही परेशानियां बार-बार उनके सामने आ रही हैं.

बीते दिनों कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मानवेन्द्र सिंह को झालावाड़ से चुनाव लड़ाये जाने को खास रणनीति का हिस्सा बताया था. जब इस सिलसिले में सिंह से बात की गई, तो उन्होंने पहले से झालावाड़ की रणनीति को लेकर खुद की जानकारी वाली बात तो खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी, सचिन पायलट और वे स्वयं पहली बार एक साथ ही संसद पहुंचे थे. यहीं वजह रही कि राहुल गांधी की नजदीकी उन्हें कांग्रेस में लेकर पहुंची.



मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि कांग्रेस में प्रदेश के सभी प्रमुख नेताओं से उनके रिश्ते बेहतर रहे हैं. लेकिन कांग्रेस में उनका दाखिला कांग्रेस आलाकमान यानि राहुल गांधी के जरिये हुआ है. झालावाड़ से चुनाव को लेकर उन्होंने पार्टी के फैसले को पॉलिटिकल सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया. जिसका मतलब था कि सिंह को उम्मीदवार के साथ-साथ कांग्रेस ने राजपूत समाज की नाराजगी को भी सत्ता के खिलाफ इस्तेमाल करने की रणनीति का हिस्सा बताया.


मानवेन्द्र सिंह ने कांग्रेस की ज्वॉइनिंग के ठीक बाद अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुई बातचीत को सार्वजनिक किया था. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान उनके पिता की टिकट में राजस्थान भाजपा की एक बड़ी नेता ने रोड़ा डाला था. इस मसले पर सवाल को लेकर एक मर्तबा फिर सिंह ने कहा कि उस नेता का नाम वो सार्वजनिक नहीं करेंगे, क्योंकि राजस्थान जानता है कि किस नेता को जसवंत सिंह और उनके परिवार से खतरा महसूस हो रहा था. उन्होंने बताया कि कांग्रेस की ज्वाइनिंग से पहले मौजूदा शीर्ष नेतृत्व से जब उन्होंने बात की, तो उन्हें बताया कि गया कि पार्टी के लिहाज से वो कहीं भी रहें, पर उन्हें स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी और बीजेपी नेताओं का आशीर्वाद मिलता रहेगा.


जब स्वाभिमान रैली को लेकर मिले समर्थन के जरिये बाड़मेर-जैसलमेर के समर्थकों की भावनाओं पर मानवेन्द्र सिंह से सवाल किया गया. इस पर उन्होंने साफ-साफ कहा कि वे और उनका परिवार 850 किलोमीटर दूर सिर्फ चुनाव लड़ने आया है. जबकि उनके लिये बाड़मेर आज भी उतना ही महत्व रखता है. इसके लिए उन्होंने खुद को फुटबॉल एसोसिएशन के जरिये पूरे राजस्थान के जिलों से संपर्क में बताया और कहा कि उनके परिवार में अब झालावाड़ के लोग भी शामिल हो गए हैं.

*सट्टा बाजार में हरीश चौधरी,रूपाराम धनदे,खुमान सिंह सबसे कमजोर,हेमाराम चौधरी ,पदमाराम मजबूत*


*सट्टा बाजार में हरीश चौधरी,रूपाराम धनदे,खुमान सिंह सबसे कमजोर,हेमाराम चौधरी ,पदमाराम मजबूत*



*आगामी विधानसभा के लिए 7 दिसम्बर को होने वाले चुनाव में बाड़मेर जेसलमेर लोकसभक्षेत्र में नोखा सट्टा बाजार की रिपोर्ट में काफी उतार चढ़ाव दिख रहा है। उम्मीदवारों की घोषणा से पूर्व की स्थति में बदलाव आ रहा है।।चुनाव नजदीक आते आते परिस्थतियो में बदलाव से इनकार नही किया जा सकता।।नोखा सट्टा बाजार के आंकलन के अनुसार बाड़मेर विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्यासी मेवाराम जैन फील वक़्त भाजपा के कर्नल सोनाराम से बढ़त बनाये है तो शिव में अमीन खान मजबूत स्थति में है यहां भाजपा प्रत्यासी खुमान सिंह सबसे कमजोर माने जा रहे ।उन्हें सट्टा बाजार तीसरे नम्बर पर मांन रहे।।तो अमीन खान का मुकाबला आर एल पी के उदाराम से है।।तो गुड़ामालानी से हेमाराम चौधरी सबसे मजबूत माने जा रहे तो चोहटन से पदमाराम की स्थति भी प्रतिद्वंदी से काफी मजबूत मांन रहे।।सर्वाधिक चोंकाने वाली स्थति बायतु विधान सभा से कांग्रेस के दिग्गज हरीश चौधरी की है जो तीसरे नम्बर पर माने जा रहे।।।सर्वाधिक सट्टा इनके नाम पर लगा है। आर एल पी दूसरे स्थान पर बता रहा है सट्टा बाजार।।इधर सिवाणा में निर्दलीय बालाराम चौधरी को मजबूत माना जा रहा है। तो पचपदरा में अमराराम को भी कमजोर माना है। यहां मदन प्रजापत थोड़ी बढ़त पर है। जजेसलमेर विधानसभ क्षेत्र से सट्टा बाजार कांग्रेस प्रत्यासी रूपाराम धनदे को भाजपा प्रत्यासी सांग सिंह से काफी कमजोर माना गया। रूपाराम को भितरघात और कुछ अन्य कारणों से कमज़ोर मान रहे है।।यह आंकलन नोखा सट्टा बाजार का है।इसमें दिनों दिन परिस्थियों के अनुसार बदलाव भी आ सकता है।।ये आज की स्थति है।।।

*राहुल गांधी 26 को बाडमेर आएंगे,मानवेन्द्र होंगे साथ*

*राहुल गांधी 26 को बाडमेर आएंगे,मानवेन्द्र होंगे साथ*

*राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 26 नवम्बर को बाड़मेर आएंगे। जंहा बाड़मेर ,शिव,और चोहटन में सभा को संबोधित करेंगे।।राहुल गांधी के साथ मानवेन्द्र सिंह रहेंगे।*

बाड़मेर। चार साल में नहीं बढ़ी बीजेपी सांसद सोनाराम चौधरी की उम्र

बाड़मेर। चार साल में नहीं बढ़ी बीजेपी सांसद सोनाराम चौधरी की उम्र


बाड़मेर। बीजेपी सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने बाड़मेर विधानसभा सीट के लिए भरे नामांकन पत्र के साथ शपथ पत्र में अपनी उम्र 73 साल लिखी है. उन्होंने मई 2014 के आम चुनाव में अपने शपथ पत्र में भी इतनी ही उम्र लिखी थी. यानी शपथ पत्रों के हिसाब से बीते लगभग साढे चार साल में सांसद की उम्र बिलकुल नहीं बढ़ी. सोनाराम के ये नामांकन पत्र और शपथ पत्र चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्‍ध हैं. सोनाराम चौधरी ने इसी 19 नवंबर को बाड़मेर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्‍मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है।


2008 के विधानसभा चुनावों में चौधरी ने बाड़मेर जिले की बायतु विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. तब शपथ पत्र में उन्‍होंने अपनी उम्र 65 साल बताई थी. इसके बाद 2013 में चौधरी ने उसी सीट से दुबारा चुनाव लड़ा. उस दौरान चौधरी ने अपनी उम्र 72 साल बताई. मतलब चौधरी की उम्र पांच साल में सात साल बढ़ गयी. चौधरी के यह शपथ पत्र भी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्‍ध हैं।

बता दें कि कर्नल सोनाराम चौधरी की गिनती मारवाड़ के कद्दावर जाट नेताओं के रूप में होती है. चौधरी 1996, 1998, 1999 में बाड़मेर लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत कर संसद पहुंचे. इसके बाद 2004 के लोकसभा चुनावों में चौधरी पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र मानवेन्‍द्र सिंह के सामने चुनाव लड़े, लेकिन हार गए।


सोनाराम 2008 में बाड़मेर की बायतु विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे. इसके बाद 2013 में चौधरी ने इसी सीट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. 2013 में विधानसभा का चुनाव हारने के बाद चौधरी 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए और बीजेपी के पूर्व वरिष्ठ नेता और केन्‍द्रीय मंत्री जसवंतसिंह को हराकर लोकसभा पहुंचे. बीजेपी ने 2018 के विधानसभा चुनावों में सांसद सोनाराम चौधरी को इस बार बाड़मेर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।