गुरुवार, 27 सितंबर 2018

बाड़मेर शिव में भाजपा का ओ बी सी दांव,दावेदारी मांगी ,धन सिंह मौसेरी की प्रबल दावेदारी

बाड़मेर शिव में भाजपा का ओ बी सी दांव,दावेदारी मांगी ,धन सिंह मौसेरी की प्रबल दावेदारी

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक की खास रिपोर्ट*

*बाड़मेर शिव बिधायक मानवेन्द्र सिंह के कमल का फूल हमारी भूल के नारे के साथ असमंज की स्थति में आई भाजपा शिव बिधानसभा में कई बिकल्प खोज रही है ।।संगठन मंत्री चंद्रशेखर द्वार करवाये सर्वे में भाजपा यहां बड़ी हार के साथ विदा होती दिख रही।।संगठन मंत्री ने मानवेन्द्र सिंह के विकल्प के तौर पर राजपूत और ओबीसी वर्ग से छानबीन शुरू की।।आरएसएस लॉबी द्वारा अपने प्रत्यासी का नाम भेज दिया गया।।तो फोगेरा सरपंच ने भी अपने दो कार्यकाल में सरपंच का चुनाव निर्विरोध जितने को आधार बना टिकट की दावेदारी की।।पार्टी स्तर पर यह मंथन हुआ कि शिव क्षेत्र में परिस्थतियां अनुकूल नही है ऐसे में राजपूत उम्मीदवार के साथ साथ ओबीसी वर्ग से भी दावेदारी लेनी चाहिए साथ ही ओबीसी को टिकट देने पर इस बार न सही मगर अगले विधानसभा चुनाव में इसका क्या नफा नुकसान हो सकता चर्चा कर ओबीसी वर्ग से धन सिंह मौसेरी को दावेदारी पेश करने को निर्देशित किया गया। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी आरएसएस से जुड़े स्वयं सेवक है जो भाजपा में संगठन के विभिन पदों पर अपनी जिम्मेदारी निर्वहन कर रहे।मौसेरी AA क्लास ठेकेदार है।।राणा राजपूत समाज से है। शिव के मौसेरी गांव के निवासी है। सरल और सहज व्यवहार के कारण जाने जाते है। मौसेरी ने आदर्श बिद्या मन्दिर गिराब में अध्यापन के साथ तीन साल तक शाखा का संचालन कर सीमावर्ती लोगो को संघ की विचारधारा से जोड़ने में सफलता पाई।संघ पृष्ठभूमि के साथ ही वो भाजपा व्यावसायिक प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक पद पर कार्यरत है तो भाजपा के कई कार्यक्रमो में शिव के प्रभारी,सह ससंयोजक भी रहे।।उनकी दावेदारी का मुख्य कारण उनका मिलनसार होना है।पार्टी द्वारा यह सोच के की ओबीसी को टिकट देने पर जिले की बाकी आठ सीट पर ओबीसी को भाजपा से जोड़ने में सफलता मिल सकती है।विकल्प पे विचार कर रहे है। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी की जाट, ओबीसी,मेघवाल वर्ग में अच्छी पकड़ है साथ ही शिव के निवासी होने का भी उन्हें फायदा मिल सकता है।।भाजपा ओबीसी कार्ड खेलने की इच्छुक लग रही। आज़ादी के बाद पहली बार भाजपा ने ओबीसी से दावेदारी मांगी है।।भाजपा राजपूतो की नाराजगी के आगे झुकने की बजाय अन्य विकल्प खोजने शुरू कर दिए। सूत्रानुसार धन सिंह मौसेरी व्यवसाय में है।।उनका राजनीतिक दायरा भी लम्बे है।।ओबीसी होने से जाट मतदाता उनके साथ सीधे तौर पे भाजपा के नाम पर जुड़ सकते है।क्योंकि शिव में कॉंग्रेस नेरा अमीन खान से जाटों की नाराजगी जग जाहिर है।राणा राजपूतो के अच्छी खासी संख्या में शिव में वोटर है।।साथ ही कुम्हार,पुरोहित,माली,सुथार भी लगभग तीस हजार के करीब है।।राणा राजपूतो की संख्या करीब अट्ठाइस हज़ार है। जिसको देखते हुए ओबीसी में राणा राजपूत को प्राथमिकता दी है।।इधर धन सिंह मौसेरी चुनाव लड़ने में भी आर्थिक रूप से सक्षम है।भाजपा राजस्थान भर में नाराज राणा राजपूतो को यह संदेश देना चाहती है कि आप भले नाराज हो मगर हम आपको टिकट दे रहे।शिव की चुनावी सियासत अब गर्माने लगी है।तीन युवा एक साथ दावेदारी पेश कर रहे।।पार्टी ने तीनों के सी वी मंगवाए है।।आंकलन और निर्णयय पार्टी का होगा पर एक बार क्षेत्र में हलचल मचा दी है।।

*बाड़मेर के पर्यटन की प्राथमिकता मीटिंगों तक सीमित,कोई प्रयास नही पर्यटको को जोड़ने की*

*बाड़मेर के पर्यटन की प्राथमिकता मीटिंगों तक सीमित,कोई प्रयास नही पर्यटको को जोड़ने की*

*बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक*

*आज विश्व पर्यटन दिवस है। पर्यटन को लेकर बाड़मेर में काफी संभावनाएं है।मगर इन संभावनाओं को फलीभूत करने का प्रयास किसी ने नही किया।।जिला प्रशासन के पर्यटन विकास के प्रयास बैठकों तक सीमित होते है। पर्यटन समितियों में विषय विशेग्यो को सदस्य बनाने की बजाय टूरिज्म की ए बी सी डी नही जानने वाले या होटल व्यवसायी है जो अपने स्वार्थ से ऊपर नही उठते। बाड़मेर में सबसे आकर्षक किराडू के प्राचीन मंदिर है तो जूना का किला भी है,जेसलमेर की तर्ज पर बना कोटड़ा किला,देवका का सूर्य मंदिर,सिवाना का गढ़,पिपळून की ऐतिहासिक पहाड़िया जंहा कभी अकबर रहा ।अकबर के पोते की सुरक्षा वीर दुर्गादास ने की क्योंकि वो शरणागत था। बाड़मेर के रेतीले टीले महाबार ,रोहिडी, चोहटन देखने लायक है।।खासकर रोहिडी के स्वर्णिम ऊंचे लहरदार टीले सम और खुहड़ी से लाख दर्जे आकर्षक है।रोहिडी सरहद पर है ।फिर भी इसे टूरिज्म से जोड़ा जाए तो हज़ारो देशी विदेशी पर्यटक आकर्षित हो सकते है।।बाड़मेर का हस्तशिल विश्व मे परचम फहरा रहा है मगर हस्तशिल्प और हस्तशिल्पियों के विकास के कोई सार्थक प्रयास आज तक नही हुए ।।उल्टे दलाल संस्थाए उनके आर्थिक शोषण में और अधिक सक्रिय हो गई।।बाड़मेर के हस्तशिलप के नाम करोड़ो का बजट आता है मगर हस्तशिल्पियों को आज भी शोषण के अलावा कुछ नही मिला।बाड़मेर की लोक कला संस्कृति राजस्थान की सबसे समृद्ध है।।इसके सरंक्षण के प्रयास नही हुए।।बाड़मेर की जीवन शैली बहुत आकर्षक है जो टूरिज्म बढ़ाने के लिए मास्टर स्ट्रोक है।।यहां का पहनावा आकर्षक है। यहां के लोक गीत और गायकों का कोई सानी नही मगर मांगणियार कम्युनिटी के विकास की तो दूर की बात उन्हें सम्मान के लायक कभी प्रशासन ने नही समझा। बाड़मेर जिले का डांडिया गैर नृत्य,आंगी बंगी।  गैर नृत्य विश्व का सबसे आकर्षक नृत्य है इतना ही लोक प्रिय मगर इनका भी कोई धनी धोरी नही।यह नृत्य कला भी लुप्त होने के कगार पे है। बाड़मेर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए थार महोत्सव शुरू हुआ था,जिसको दलाल ले डूबे।।होटल व्यवसायियों ने इस आयोजन के मूल स्वरूप से छेड़छड़ कर इसे खत्म ही कर दिय।।पिछले कई सालों से इसका आयोजन नही हो रहा। रेडाणा के रण को टूरिज्म से जुड़ने और इसके लोकप्रिय होने की अपार संभावनाएं है।।बाड़मेर टूरिज्म में अपना परचम लहरा सकता है मगर कोई सार्थक प्रयास नही करता।।

बाड़मेर जैसलमेर चुनाव घमासान 2018 जेसलमेर राजपरिवार और जसोल परिवार की बहू चित्रा सिंह की राजनीति दस्तक से बाड़मेर तपते धोरो में आया उबाल

बाड़मेर जैसलमेर चुनाव घमासान 2018

जेसलमेर राजपरिवार और जसोल परिवार की बहू चित्रा सिंह की राजनीति दस्तक से बाड़मेर तपते धोरो में आया उबाल


चन्दन सिंह भाटी

पश्चिमी राजस्थान की तपती धरती में इन दिनों उबाल आया हुआ है।ये उबाल बाड़मेर जैसलमेर में दो परिवारों के कारण आया। जिसके चलते दोनो प्रमुख दलों के संभावित उम्मीदवार मायूस हो गए।।राजनीति के समीकरण आने वाले दिनों में किस करवट बैठेंगे यह तो समय के गर्भ में है मगर इस बार दोनो जिलो की राजनीति महिला सशक्तिकरण का अहसास कराने वाली होगी।।
 पाकिस्तान की सीमा से सटे दोनो जिलो में जसवंत सिंह परिवार और जैसलमेर के राजपरिवार ने थार की राजनीति को दो राहै पर लाकर खड़ा कर दिया।।कारण स्पष्ठ है कि शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह ने भाजपा का दामन छोड़ दिया।।वही जेसलमेर की महारानी राशेश्वरी राज्यलक्ष्मी अपना प्रचार शुरू कर ताल चुनावी रण में ताल ठोक दी।।दोनो इस वक़्त किसी पार्टी में नही है।।संशय बरकार है।।महारानी सा का सीधा जवाब की चुनाव लड़ना है।।इधर मानवेन्द्र सिंह खुद विधानसभा चुनाव से शायद दूर रहे मगर इन दो महीनों में उनकी धर्म पत्नी चित्रा सिंह एक राजनैयिक के रूप में उभर कर सामने आई है।।लोगो की अपेक्षा चित्रा सिंह से काफी बढ़ी है।।।उनका आक्रामक राजनीतिक रवैया लोगो को पसंद आया है।।यह स्वाभिमान रैली में आये लाखो लोगो में चित्रा सिंह के क्रेज से साफ हो गया।।यह भी तय है अभी भले की ये दोनों परिवार किसी राजनैतिक दल में नही है मगर आने वाले दिनों में किसी एक प्रमुख दल का दामन थामेंगे इसमे कोई शक नही है।।

महारानी के चुनाव प्रचार में उतरते ही उन्हें शहरी क्षेत्र में उनका जोरदार स्वागत और ख्याला मठ के दर्शन कर ग्रामीणों के साथ जब वो बैठी तो ग्रामीणों के चेहरों पर उनके प्रति आदर भाव साफ झलक रहा था। ग्रामीण अपने बीच राजपरिवार की बहू को पाकर अचंभित  भी थे और खुश भी थे।।जैसलमेर में आज भी राजपरिवार के प्रति लोगो में जबरदस्त आस्था है। यही आस्था दोनो दलों के संभावित प्रत्यासियो पर भारी पड़ रही है।।महारानी किस दल से चुनाव लड़ेगी यह अभी स्पस्ट नही होने से राजनीतिक शतरंज में मोहरे फिट करने में दोनो दलों को पसीना आएगा।।यह तय है कि इस बार बाड़मेर जैसलमेर की टिकटें दोनो दल इन वक्त पर घोषित करेंगे।।कांग्रेस का इस वक़्त एक ही ध्येय है कि भाजपा से नाराज चल रहे क्षत्रियों को कांग्रेस में जोड़ के राजस्थान की राजनीति में आज़ादी के बाद से परंपरागत रूप से चल रहे समीकरणों को ध्वस्त कर नए समीकरण बनाये जाए।।।कांग्रेस के लिए जेसलमेर सीट सर दर्द भरी होगी।।इस सीट पर सबसे मजबूत दावेदार रूपाराम धनदे है।मौजूदा स्थति में वो नम्बर एक के दावेदार है।।क्योंकि कांग्रेस जानती है कि रूपाराम की अनुसूचित जाति के वोट पर बेहतर पकड़ है।।आठ सीट पर अपना प्रभाव रखते है।।महारानी राशेश्वरी राज्य लक्ष्मी कांग्रेस में आती है तो टिकट की शर्त पर ही आएगी।।इससे कांग्रेस को रूपाराम धनदे को किसी दूसरी प्रभावी विधानसभा क्षेत्र में भेजना  पड़ेगा। महारानी निर्दलीय लड़ती है तो उनके सामने रूपाराम ही उम्मीदवार होंगे। ऐसे में भाजपा के पास विकल्प बहुत कम बचते है।।उनके पास वर्तमान विधायक छोटू सिंह भाटी और बाड़मेर भाजपा जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर अपने गृह जिले की सेवा करने के उद्देश्य से जेसलमेर को कर्मभूमि बनाने आये डॉ जालम सिंह रावलोत मजबूत दावेदार होंगे।।महारानी के सामने कांग्रेस दलित मुस्लिम गठजोड़ को ध्यान में रख कर ही टिकट तय करेगी।।तो भाजपा उस नेता को टिकट देगी जो राजपूत वोटो में महारानी के सामने अच्छी सेंध लगा सके। भाजपा के परंपरागत वोट और राजपूत समीकरण रहेंगे।

ऐसे में जेसलमेर के चुनाव दिलचस्प होने के पूरे आसार है।।चूंकि कांग्रेस को अपने परंपरागत वोटर और मुस्लिम मेघवाल गठजोड़ पे भरोसा है मगर रूपाराम धनदे के साथ पिछले चुनाव की तरह भीतर्भात की संभावनाओं से इनकार नही किया जासकता।।फ़क़ीर परिवार के साथ भले ही हो समझौता कर बेठे इसके बावजूद वो रूपाराम को आने से रोकने के प्रयास करेंगे।।फकीर परिवार जेसलमेर सीट पर अपनी पकड़ बनाये रखना चाहते है।।

महारानी के लिए भी यह चुनाव चुनोतिपूर्ण होगा।।राजनीति में नई होने के साथ आखरी मतदाता तक पहुंचना सबसे बड़ी चुनोती है। वो अपने वोटों पर भरोसा कर सकती है साथ ही शहरी क्षेत्र में उन्हें प्राथमिकता मिलेगी सामने चाहे कोई भी हो।।क्योंकि राजपरिवार के प्रति आस्था और पहली बार चुनाव लड़ने के कारण उन्हें फायदा मिल सकता है।।कुल मिलाकर जेसलमेर की राजनीति फिल वक़्त संशय से भरी है।।

इधर शिव विधायक खुद चुनें नही लड़ेंगे मगर उनकी धर्मपत्नी चित्रा सिंह को राजनीति में प्रवेश करने के पुरजोर प्रयास होंगे।।मानवेन्द्र सिंह खुद लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।।चित्रा सिंह को किस सीट से उतरेंगे यह भी तय है। इस बार जसवंत सिंह परिवार शिव सीट से चुनाव नही लड़ेंगे यह मुस्लिम प्रत्यासी के लिए छोड़ेंगे।।चित्रा सिंह को सिवाना या पचपदरा से मैदान में उतारने की संभावना बलवती है। चित्रा सिंह के लिए राजनीति नई नही है।।जसवंत सिंह के मंत्री रहते उनके कामकाज में हाथ बंटाने के अलावा मानवेन्द्र सिंह के सभी चुनाव में उन्होंने जनता के बीच जाकर वोट मांगे जसवंत सिंह के चुनाव के समय भी उन्होंने पूरा दम लगाया था । आम ग्रामीणों खासकर महिलाओं के बीच उनके घूंघट में जाने की  परंपरा के कारण काफी प्रभावित है।हाल ही में उन्होंने स्वाभिमान सभा के लिए सौ से अधिक जन सभाए कर लोगो के बीच गई।।उन्हें जनता का पूरा समर्थन मिला यह स्वाभिमान रैली में राजनीतिक विशेषग्यो ने साफ तौर पे देखा। अब तक चित्रा सिंह का शांत और सहज रूप लोगो ने देखा था मगर इस बार स्वाभिमान रैली की सभाओं में उनका आक्रामक रवैया लोगो को खूब भा रहा।।अक्सर मीटिंगों में राजस्थानी भाषा मे अपना उद्बोधन देने वाली चित्रा सिंह को पहली बार लोगो ने राष्ट्रीय मीडिया को फर्राटेदार इंग्लिश में इंटरव्यू देते देखा।।चित्रा सिंह में काबिल राजनेत्री के तमाम गुण है जो उनके पक्ष में जाते है।।जनता की मांग पर उन्हें मैदान में उतारा जाएग।।

बाड़मेर जेसलमेर की राजनीति प्रदेश की राजनीति को प्रभावित करने वाली है।।

बुधवार, 26 सितंबर 2018

फैसला / एसपी अमरजीत बलिहार के हत्याकांड में प्रवीर दा और सनातन बास्की को फांसी की सजा

फैसला / एसपी अमरजीत बलिहार के हत्याकांड में प्रवीर दा और सनातन बास्की को फांसी की सजा

दुमका.  नक्सली हमले में पाकुड़ के तत्कालीन एसपी अमरीज बलिहारी समेत छह पुलिस जवानों की हत्या से संबंधित पांच साल पुराने मामले में आरोपी प्रवीर दा और सनातन बास्की को फांसी की सजा सुनाई है। ये फैसला दुमका के चतुर्थ जिला एवं सत्र न्यायाधीश तौफीकुल हसन की विशेष अदालत ने सुनाया है। छह सितंबर को दोनों आरोपियों को दोषी करार दिया गया था और फैसले के लिए 26 सितंबर की तारीख तय की गई थी।

दोष सिद्ध नहीं होने पर पांच आरोपियों को किया था बरी
दुमका के चतुर्थ जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश तौफीकुल हसन की अदालत ने काठीकुंड थाना कांड संख्या- 55/013 और सत्र वाद संख्या 232/013 अशोक कुमार बनाम सतन बेसरा बगैरह मामले में दोनों पक्षों की ओर से बहस सुनने के बाद मामले में सात नामजद आरोपियों में से सनातन बास्की उर्फ ताला दा और प्रवीर दा को दोषी करार दिया गया था। जबकि अन्य पांच आरोपी सतन बेसरा, मानवेल मुर्मू लोबिन मुर्मू, वकील हेम्ब्रम और मानवेल मुर्मू को संदेह का लाभ देते हुए दोष मुक्त करार देकर रिहा करने का फैसला सुनाया गया।
पुलिस ने सात नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था
जिले के काठीकुंड थाना क्षेत्र के जमनी गांव के समीप दो जुलाई 2013 को दिन में ही नक्सली दस्ते ने पाकुड़ के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमरजीत बलिहार सहित छह पुलिस जवानों पर नक्सली दस्ते ने हमला कर दिया था। इसमें पाकुड़ के पूर्व एसपी समेत छह पुलिस के जवान शहीद हो गए थे। घटना के दिन अमरजीत बलिहार सुरक्षा कर्मियों के साथ दुमका में पुलिस उपमहानिरीक्षक की बैठक से वापस पाकुड़ लौट रहे थे। इस घटना को लेकर काठीकुंड के पूर्व थाना प्रभारी अशोक कुमार के बयान पर सात नामजद सहित 30-35 नक्सलियों के खिलाफ हत्या व सीएलए एक्ट के तहत मामले दर्ज किए गए। जांच के दौरान पुलिस ने सात नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
2 जुलाई 2013 की है घटना
घटना 2 जुलाई 2013 को काठीकुंड थाना क्षेत्र के जमनी गांव के पास हुई थी। एसपी बलिहार सुरक्षाकर्मियों के साथ दुमका में पुलिस उपमहानिरीक्षक की बैठक में भाग लेने के बाद पाकुड़ लौट रहे थे। तभी जमनी गांव के पास नक्सलियों ने हमला कर दिया। इसमें एसपी बलिहार समेत छह पुलिस जवान शहीद हो गए। इस मामले में काठीकुंड के तत्कालीन थाना प्रभारी अशोक कुमार के बयान पर सात नामजद सहित करीब 35 नक्सलियों के खिलाफ हत्या और सीएलए एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था।

ज्यादती / पति को गिरफ्तार करने पहुंची थी पुलिस, नहीं मिला तो पत्नी को उठा जीप के ऊपर बांधा

ज्यादती / पति को गिरफ्तार करने पहुंची थी पुलिस, नहीं मिला तो पत्नी को उठा जीप के ऊपर बांधा

अमृतसर। अमृतसर में पुलिस द्वारा एक महिला के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है। जीप की छत पर बांधकर गांवभर में घुमाए जाने की वजह से जहां इस परिवार की इज्जत में फर्क पड़ा है, वहीं महिला घायल भी हो गई। फिलहाल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बर्ताव को लेकर भले ही पुलिस कुछ नहीं बोल रही है, लेकिन गांववासियों में रोष है।

तीन दिन में दो बार की पुलिस ने मारपीट: घटना 22 सितंबर की बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस जिले के गांव शहजादा में गुरविंद्र सिंह नामक व्यक्ति को गिरफ्तार करने पहुंची थी। वह वहां मौजूद नहीं था और परिवार की तरफ से कथित तौर पर बेकसूर आदमी को गिरफ्तार करने का विरोध किए जाने पर पुलिस वालों ने गुरविंद्र सिंह की पत्नी जसविंद्र कौर के साथ मारपीट की। इसकी शिकायत पुलिस विभाग के अधिकारियों को लिखित तौर पर दी गई थी, लेकिन 25 सितंबर को पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम दोबारा आई और उनके घर में जबरदस्ती घुस गई। आरोप है कि पुलिस कर्मचारियों ने उससे फिर मारपीट की।

गांव वालों को इकट्‌ठा होता देख फेंक गए महिला को: इतना ही नहीं पीड़ित पक्ष की मानें तो घर में कोई सदस्य न मिलने पर वह उसे सरकारी जीप की छत पर जबरदस्ती बिठाकर ले गए और सारे गांव में घुमाया। गांव के लोग इकट्ठा होने लगे तो उन्होंने जीप कस्बा चविंडा देवी की तरफ भगा ली। चविंडा देवी बाईपास मोड पर चलती जीप को तेज मोड़कर उसे जमीन पर फेंक दिया। इस कारण वह घायल हो गई।

सीसीटीवी में कैद हुई वारदात: उन्होंने बताया कि यह सारी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी है। इस संबंधी घटना का पता लगने पर डीएसपी मजीठा निर्लेप सिंह और एसएचओ कत्थूनंगल हरप्रीत सिंह ने परिवार के सदस्यों को विश्वास दिलाया कि घायल महिला की मेडिकल रिपोर्ट आने पर मामला दर्ज किया जाएगा।

क्राइम ब्रांच से नहीं हो रही बात: हालांकि इस संबंधी क्राइम विभाग की टीम के साथ संपर्क करन की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। यूं मान लीजिए कि अब बात करने को कोई तैयार नहीं है। आखिर गांववासियों ने बड़ी संख्या में एकत्रित हो कर रोष प्रकट कर कहा कि पुलिस का यह चेहरा बहुत ही घिनौना है। महिला को जीप को इस तरह अपमानित करना गलत है।

सुसाइड / कोचिंग छात्रा ने चंबल में कूदकर दी जान

सुसाइड / कोचिंग छात्रा ने चंबल में कूदकर दी जान


कोटा। कोटा में एक कोचिंग छात्रा ने बुधवार को चंबल में कूद कर जान दे दी। छात्रा बिहार के समस्तीपुर की रहने वाली थी। रेस्क्यू टीम की पूरी कोशिश के बावजूद छात्रा को बचाया नहीं जा सका। छात्रा का शव ही नदी से निकाला गया।      
 
अधरशिला दरगाह के पास से कूदी 
प्राप्त जानकारी के अनुसार छात्रा अधरशिला दरगाह के पास से कूदी, सूचना पर पुलिस वहां पहुंची तथा गोताखोरों को बुलाया। नगर निगम के गोताखोरों को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया। पुलिस ने छात्रा के परिजनों को सूचना दे दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

अलवर / यौन शोषण प्रकरण में फलाहारी बाबा को उम्रकैद की सजा, 8 महीने में पूरी हुई सुनवाई

अलवर / यौन शोषण प्रकरण में फलाहारी बाबा को उम्रकैद की सजा, 8 महीने में पूरी हुई सुनवाई
सुनवाई के लिए कोर्ट में जाते हुए फलाहारी बाबा।


अलवर। यौन शोषण मामले में अलवर कोर्ट ने बुधवार को फलाहारी बाबा को दोषी मानते हुए अम्रकैद की सजा सुनाई। कोर्ट ने फलाहारी बाबा पर एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया। इस प्रकरण में अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश राजेंद्र शर्मा ने मंगलवार को बचाव पक्ष के तर्कों को करीब तीन घंटे सुना था।



8 महीने में पूरी हुई सुनवाई: अपर लोक अभियोजक योगेंद्र सिंह खटाना ने बताया कि 11 जनवरी 2018 को उक्त प्रकरण सुनवाई के लिए न्यायालय को प्राप्त हुआ था। 22 जनवरी 2018 को आरोपी कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य उर्फ फलाहारी महाराज पर आरोप तय किए गए। 8 महीने में सुनवाई पूरी की गई।



इस मामले में अदालत में 30 अभियोजन साक्षी, 7 बचाव पक्ष के गवाहों के बयान हुए। इसके अलावा 78 दस्तावेज व 22 आर्टिकल प्रदर्शित करवाए। मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता अशोक शर्मा ने आरोपी फलाहारी के पक्ष में दलीलें पेश की। पीड़िता के अधिवक्ता अनिल वशिष्ठ व अपर लोक अभियोजक योगेंद्रसिंह खटाना ने बचाव पक्ष की ओर से दी गई दलीलों का विरोध करते हुए पीड़िता के पक्ष में तर्क प्रस्तुत किए।छत्तीसगढ़ की युवती ने फलाहारी बाबा पर यौन शोषण का आरोप लगाते हुए बिलासपुर महिला थाने में शिकायत की थी। इस पर अलवर के अरावली विहार थाने में 20 सितंबर 2017 को एफआईआर दर्ज की गई। 23 सितंबर 2017 को आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने फलाहारी बाबा को न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जाने के आदेश दिए। गिरफ्तारी के बाद से आरोपी फलाहारी बाबा जेल में है।



क्राइम / थप्पड़ का बदला लेने को करवाई नगरपालिका चेयरमेन के पार्षद पति हरवीर की हत्या

क्राइम / थप्पड़ का बदला लेने को करवाई नगरपालिका चेयरमेन के पार्षद पति हरवीर की हत्या
सहारण हत्याकांड का मास्टरमाइंड महेंद्र पूनियां

हनुमानगढ़। रावतसर में नगर परिषद चेयरमेन नीलम सहारण के पति और स्थानीय पार्षद हरवीर सहारण की हत्या एक थप्पड़ का बदला लेने के लिए की गई थी। हत्या की साजिश हनुमानगढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक का अध्यक्ष महेंद्र पूनियां ने रची थी। महेंद्र पूनियां ने आदतन बदमाश रामनिवास महला को शूटर्स का इंतजाम करने के लिए 20 लाख रुपए की सुपारी दी थी। लेकिन रामनिवास ने 24 सितंबर को दिनदहाड़े अपने तीन साथियों के साथ खुद ही एसडीएम ऑफिस परिसर में फायरिंग कर हरवीर सहारण की हत्या कर डाली। इस हमले में हरवीर के पांच गोलियां लगी थी।

कोटड़िया बने साईकिलिंग एसोसिएषन के जिलाध्यक्ष

कोटड़िया बने साईकिलिंग एसोसिएषन के जिलाध्यक्ष


बाड़मेर 26 सितम्बर। राजस्थान साईकिलिंग एसोसिएषन के ओ पी विष्वकर्मा जनरल सचिव ने बाड़मेर के कैलाष कोटड़िया को राजस्थान साईकिलिंग एसोसिएषन का जिलाध्यक्ष मनोनित किया गया। इसी कड़ी में सचिव पर पर लुणसिंह,कोशाध्यक्ष के पद पर रमेष सुथार को मनोनित किया है। गौरतलब है कि कोटडिया वर्तमान में भाजपा के जिला महामंत्री के पद पर कार्य कर रहे है।

बाड़मेर अंडरग्राउंड विद्युत केबल तोड़ने पर एनएचएआई की ठेकेदार फर्म के खिलाफ मामला -डिस्काम की बिना अनुमति कार्य करने से 200 गांवांे मंे हुई थी विद्युतापूर्ति बंद।

बाड़मेर अंडरग्राउंड विद्युत केबल तोड़ने पर
एनएचएआई की ठेकेदार फर्म के खिलाफ मामला
-डिस्काम की बिना अनुमति कार्य करने से 200 गांवांे मंे हुई थी विद्युतापूर्ति बंद।


बाड़मेर, 26 सितंबर। बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सिणधरी चौराहे के समीप डिस्काम की अंडर ग्राउंड विद्युत केबल तोड़ने पर एनएचएआई की फर्म मैसर्स जी आर इन्फ्रा लिमिटेड के खिलाफ कोतवाली पुलिस स्टेशन मंे मामला दर्ज कराया गया है। इस मामले मंे एनएचएआई की भी जबावदेही तय की जाएगी।
डिस्काम के अधीक्षण अभियंता एम.एल.जाट ने बताया कि 18 सितंबर को सिणधरी चौराहे के पास से गुजर रही 33 केवी फीडर रामसर एवं 33 केवी फीडर चौहटन की अंडरग्राउंड 3 केबल को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधीन पाइप लाइन शिफ्टिंग का कार्य करते समय मैसर्स जी.आर.इन्फ्रा लिमिटेड ने फाल्ट कर दिया। इस कारण इन फीडरांे से जुड़े 9 सब स्टेशनांे की विद्युतापूर्ति बंद हो गई। उन्हांेने बताया कि इन विद्युत सब स्टेशनांे से जुड़े करीब 200 गांवांे की विद्युत आपूर्ति बंद होने से आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ा। इससे डिस्काम को भी आर्थिक नुकसान हुआ। उन्हांेने बताया कि फर्म एवं एनएचएआई ने कार्य करते हुए विभाग को कोई सूचना नहीं दी, इसके कारण जन हानि होने की आशंका थी। अधीक्षण अभियंता जाट ने बताया कि इस संबंध मंे एनएचएआई के अधिकारियांे से वार्ता करने पर उन्हांेने यह कार्य मैसर्स जी.आर.इन्फ्रा लिमिटेड की ओर से किए जाने एवं संबंधित ठेकेदार से वार्ता कर क्षतिग्रस्त केबल को दुरस्त करने का आश्वासन दिया गया। बावजूद इसके संबंधित फर्म ने केबल को दुरस्त नहीं किया और अब इस कार्य को करने से मना कर दिया। इस संबंध मंे डिस्काम के कनिष्ठ अभियंता ललित बाकोलिया की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने धारा 427 भादस, 3 पीडीपीपी एक्ट मंे मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इधर, अधीक्षण अभियंता जाट ने बताया कि भविष्य मंे भी अगर बिना अनुमति के कोई कार्य करते हुए विद्युत केबल को नुकसान पहुंचाया जाता है तो नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे ही एक मामले मंे कुछ समय पूर्व एक दूरसंचार कंपनी के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया गया था।
पंचायत उप चुनाव के लिए रिटर्निग आफिसर की रवानगी आज
बाड़मेर, 26 सितंबर। बाड़मेर जिले मंे विभिन्न स्थानांे पर होने वाले पंचायतीराज उप चुनाव के लिए 27 सितंबर को रिटर्निग आफिसर एवं प्रथम मतदान अधिकारी रवाना होंगे।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि गुरूवार को प्रातः 11 बजे प्रथम प्रशिक्षण के बाद सरपंच एवं वार्ड पंच के रिटर्निग आफिसर एवं प्रथम मतदान अधिकारी नाम निर्देशन पत्र के लिए संबंधित स्थानांे के लिए रवाना होंगे। इसी तरह 3 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे सरपंच एवं पंच के उप चुनाव के लिए मतदान दल एवं जोनल मजिस्ट्रेट प्रशिक्षण के उपरांत संबंधित स्थानांे के लिए रवाना होंगे।

बाड़मेर अवैध पोस्त डोडा की बरामदगी लगातार जारी मोटर साईकिल पर परिवहन करते 12 किलो 100 ग्राम अवैध डोडा पोस्त बरामद करने मे सफलता, दो आरोपी गिरफ्तार*

*बाड़मेर अवैध पोस्त डोडा की बरामदगी लगातार जारी मोटर साईकिल पर परिवहन करते 12 किलो 100 ग्राम अवैध डोडा पोस्त बरामद करने मे सफलता, दो आरोपी गिरफ्तार*


                बाड़मेर मनीष अग्रवाल पुलिस अधीक्षक द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के मध्य नजर मादक पदार्थो की धरपकड़ हेतु चलाये जा रहे विषेष अभियान के तहत श्री किषनसिंह नि पु थानाधिकारी पुलिस थाना बाड़मेर ग्रामीण को दिनांक 25.9.18 की रात्री में जरिये आसूचना अधिकारी गुलाब खॉ कानि0 1011 के मार्फत मुखबीर से मिली गुप्त सूचना पर थानाधिकारी ग्रामीण मय जाब्ता श्री आदरनाथ सउनि0, गोपालसिंह हैड कानि0 346,उगमदान हैड कानि0 994,हिम्मतसिंह कानि0 921,भवराराम कानि0 977 ,मोहनलाल कानि0 692 मय चालक आसूराम 637 द्वारा हरसाणी फाटा पर नाकाबन्दी की गई। दौराने नाकाबन्दी देर रात्री में चूली भादरेष की तरफ से एक मोटर साईकल नम्बर त्श्र04 ैश्र 3698 पर दो युवक सवार होकर आते हुए को रूकवाया जाकर नाम पता पूछा गया तो मोटर साईकल चालक ने अपना नाम रूपाराम पुत्र गिरधारीराम जाति जाट निवासी नांद व पीछे कट्टे को पकड़ कर बैठा हुआ युवक ने अपना नाम ताजाराम पुत्र मालाराम जाति जाट निवासी आर्दष चूली होना बताया । कटटे  को खोल कर देखा तो अन्दर अवैध डोडा पोस्त पाया गया जिनका तौल किया गया तो कुल 12 किलो 100 ग्राम हुए। जिस पर उक्त दोनो मुलजिमान को जुर्म धारा 8/15 एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफतार कर अवैध डोडा पोस्त व मोटर साईकल को जब्त किया जाकर पुलिस थाना गा्रमिण पर मुकदमा नम्बर 114 दिनांक 26.9.18 धारा 8/15 छकचे ।बज मे दर्ज किया जाकर अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।
*अवैध शराब जब्त करने में सफलता*

मनीष अग्रवाल पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के मध्यनजर रखते हुऐ अवैध शराब तस्करी की रोकथाम हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत दिनांक 25.09.2018 को निम्न पुलिस थानो में आबकारी अधिनियम के तहत कार्यवाही करने में सफलता हासिल की गई :-


*पुलिस थाना पचपदरा* :- श्री दीनाराम हैड कानि. पुलिस थाना पचपदरा मय पुलिस जाब्ता द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर सरहद सांभरा में मुलजिम दिनेष कुमार पुत्र जालमसिंह जाति खारवाल निवासी पचपदरा के कब्जा से बिना लाईसेन्स की देषी शराब के 89 पव्वे जब्त कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना पचपदरा पर म्गबपेम ।बज के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।


*पुलिस थाना कोतवाली* :- श्री दुर्गाराम स.उ.नि. पुलिस थाना कोतवाली मय पुलिस जाब्ता द्वारा मुखबीर की ईत्तला पर शमषान धाट के पास मुलजिम मदनसिंह पुत्र खीमसिंह जाति राणाराजपूत निवासी इन्द्रा कॉलोनी बाड़मेर के कब्जा से बिना लाईसेन्स के 3 बोतल व 42 पव्वे अग्रेजी शराब के जब्त कर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना कोतवाली पर म्गबपेम ।बज के तहत प्रकरण दर्ज किया गया।

बाड़मेर राजनितिक शख्शियत तन सिंह बाड़मेर के पहले विधायक ,पालिका अध्यक्ष फिर दो बार सांसद मात्र 9 हज़ार रुपये में सांसद का चुनाव लड़े,जीते

बाड़मेर राजनितिक शख्शियत तन सिंह

बाड़मेर के पहले विधायक ,पालिका अध्यक्ष फिर दो बार सांसद

मात्र 9 हज़ार रुपये में सांसद का चुनाव लडे ,जीते


जन्म

वि.सं.१९८० में बाड़मेर जिले के गांव रामदेरिया के ठाकुर बलवंत सिंह जी महेचा की धर्म पत्नी मोतिकंवरजी के गर्भ से तनसिंह जी का जन्म अपने मामा के घर बैरसियाला गांव में हुआ था वे अभी शैशवावस्था में अपने घर के आँगन में चलना ही सीख रहे थे कि उनके पिता मालाणी के ठाकुर बलवंत सिंघजी का निधन हो गया और चार वर्ष से भी कम आयु का बालक तनैराज अपने सिर पर सफ़ेद पाग बाँध कर ठाकुर तनैराज हो गया | मात्र ९०रु वार्षिक आय का ठाकुर | भाग्य ने उनको पैदा करके पालन-पोषण के लिए कठिनाईयों के हाथों सौप दिया |

शिक्षा

घर की माली हालत ठीक न होने के बावजूद भी श्री तनसिंह जी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा बाड़मेर से पुरी कर सन १९४२ में चौपासनी स्कूल जोधपुर से अच्छे अंकों के साथ मेट्रिक परीक्षा पास कर सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी होने का गौरव प्राप्त किया,और उच्च शिक्षा के लिए पिलानी चले आए जहाँ उच्च शिक्षा ग्रहण करने बाद नागपुर से उन्होंने वकालत की परीक्षा पास कर सन १९४९ में बाड़मेर आकर वकालत का पेशा अपनाया,पर यह पेशा उन्हें रास नही आया |

राजनैतिक जीवन

25 वर्ष की आयु में बाड़मेर नगर वासियों ने उन्हें बाड़मेर नगर पालिका का अध्यक्ष चुन लिया और 1952 के विधानसभा चुनावों में वे पहली बार बाड़मेर से विधायक चुन कर राजस्थान विधानसभा पहुंचे और 1957 में दुबारा बाड़मेर से विधायक चुने गए | 1962 व 1977 में आप बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए | 1962 में तन सिंघजी ने दुनिया के सबसे बड़े और विशाल बाड़मेर जैसलमेर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव मात्र एक जीप,कुछ साथी,सहयोगी स्वयम सेवक,कार्यकर्त्ता,किंतु अपार जन समूह के प्यार और समर्थन से मात्र 9000 रु. खर्च कर सांसद बने |

श्री क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना

पिलानी के राजपूत छात्रावास में रहते हुए ही श्री तनसिंह जी ने अपने भविष्य के ताने-बाने बुने | यहीं उनका अजीबो-गरीब अनुभूतियों से साक्षात्कार हुआ और समाज की बिखरी हुयी ईंटों से एक भव्य-भवन बनाने का सपना देखा | केवल 22 वर्ष की आयु में ही उनके हृदय में समायी समाज के प्रति व्यथा पिघली जो " श्री क्षत्रिय युवक संघ" के रूप में निश्चित आकार धारण कर एक धारा के रूप में बह निकली | लेकिन अन्य संस्थाओं की तरह फॉर्म भरना,सदस्यता लेना,फीस जमा करना,प्रस्ताव पारित करना,भाषण,चुनाव,नारेबाजी,सभाएं आदि करना श्री तन सिंह जी को निरर्थक लगी और 22 दिसम्बर 1946 को जयपुर के मलसीसर हाउस में नवीन कार्य प्रणाली के साथ "श्री क्षत्रिय युवक संघ " की विधिवत स्थापना की और उसी दिन से संघ में वर्तमान संस्कारमयी मनोवैज्ञानिक कार्य प्रणाली का सूत्रपात हुवा | इस प्रकार क्षत्रिय समाज को श्री तनसिंह जी की अमूल्य देन "श्री क्षत्रिय युवक संघ " अपनी नई प्रणाली लेकर अस्तित्व में आया | राजनीती में रहकर भी उन्होंने राजनीती को कभी अपने ऊपर हावी नही होने दिया | क्षत्रिय युवक संघ के कार्यों में राजनीती भी उनकी सहायक ही बनी रही | सन 1955-56 में विवश होकर राजपूत समाज को राजस्थान में दो बड़े आन्दोलन करने पड़े जो भू-स्वामी आन्दोलन के नाम से विख्यात हुए,दोनों ही आन्दोलनों की पृष्ठभूमि में क्षत्रिय युवक संघ की ही महत्वपूर्ण भूमिका थी | स्व.श्री तनसिंह जी की ख्याति एक समाज-संघठक,कर्मठ कार्यकर्त्ता,सुलझे हुए राजनीतीज्ञ,आद्यात्म प्रेमी,गंभीर विचारक और दृढ निश्चयी व्यक्ति के रूप में अधिक रही है किंतु इस प्रशिधि के अतिरिक्त उनके जीवन का एक पक्ष और भी है जिसे विस्मृत नही किया जा सकता | यह एक तथ्य है कि एक कुशल प्रशासक,पटु विधिविज्ञ,सजग पत्रकार और राजस्थानी तथा हिन्दी भाषा के उच्चकोटि के लेखक भी थे | पत्र लेखन में तो उनका कोई जबाब ही नही था अपने मित्रों,सहयोगियों,और सहकर्मियों को उन्होंने हजारों पत्र लिखे जिनमे देश,प्रान्त,समाज और राजपूत जाति के अतीत,वर्तमान और भविष्य का चित्र प्रस्तुत किया गया है | अनेक सामाजिक,राजनैतिक और व्यापारिक कार्यों की व्यस्तता के बावजूद उन्होंने साहित्य,संस्कृति और धार्मिक विषयों पर लिखने के समय निकला | श्री क्षत्रिय युवक संघ के पथ पर चलने वालों पथिकों और आने वाली देश की नई पीढियों की प्रेरणा स्वरूप स्व.श्री तनसिंह जी एक प्रेरणादायक सबल साहित्य का सर्जन कर गए |

मृत्यु

1979 में मध्यावधि चुनावों का फॉर्म भरने से पूर्व अपनी माताश्री से आशीर्वाद लेते समय 7 दिसम्बर 1979 को श्री तनसिंह जी ने अपनी माता की गोद में ही अन्तिम साँस ली

पुस्तकें

उन्होंने अनेक पुस्तके लिखी जो जो पथ-प्रेरक के रूप में आज भी हमारा मार्ग दर्शन करने के लिए पर्याप्त है |
1-राजस्थान रा पिछोला
2-समाज चरित्र
3- बदलते द्रश्य
4- होनहार के खेल
5- साधक की समस्याएं
6- शिक्षक की समस्याएं
7- जेल जीवन के संस्मरण
8- लापरवाह के संस्मरण
9-पंछी की राम कहानी
10- एक भिखारी की आत्मकथा
11- गीता और समाज सेवा
12- साधना पथ
13- झनकार( तनसिंहजी द्वारा रचित 166 गीतों का संग्रह)--
chandan bhati

मंगलवार, 25 सितंबर 2018

बाड़मेर जिले में एक ही दिन में छकचे ।बज के तहत 3 प्रकरणो में लगभग 10 क्विटंल अवैध डोडा पोस्त बरामद कर 5 आरोपियो सहित 2 वाहन जब्त करने मे महत्वपुर्ण सफलता*

*बाड़मेर जिले में एक ही दिन में छकचे ।बज  के तहत 3 प्रकरणो में लगभग 10 क्विटंल अवैध डोडा पोस्त बरामद कर 5 आरोपियो सहित 2 वाहन जब्त करने मे महत्वपुर्ण सफलता*


बाड़मेर मनीष अग्रवाल पुलिस अधीक्षक बाड़मेर द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के मध्यनजर अवैध शराब व मादक पदार्थ तस्करी की रोकथाम हेतु चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत निरन्तर कार्यवाही जारी रखते हुए दिनांक 25.09.2018 को पुलिस थाना सिणधरी, धोरीमना व कल्याणपुर मे अवैध पोस्त डोडा बरामद करने में महत्वपुर्ण सफलता प्राप्त की गई। थानावार बरामदगी का ब्यौरा निम्न प्रकार है :-
ट्रक में छुपाकर परिवहन करते लाखो रूपये के भारी मात्रा में 980 किलोग्राम अवैध पोस्त डोडा लाखो रूपये के बरामद करने में महत्वपुर्ण सफलता
पुलिस थाना कल्याणपुर :- दिनांक 25.09.2018 को श्रीमती सरोज चौधरी उ.नि. थानाधिकारी कल्याणपुर मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की ईलता पर थाना के सामने नाकाबंदी की गई। दौराने नाकाबंदी एक ट्रक (10 चक्का) नम्बर त्श्र.32ळ। 4886  को आते हुए को रूकवाकर चालक का नाम पता पुछने पर अपना नाम षिवराम पुत्र जगदीष प्रसाद जाति जाट निवासी बुकनी पुलिस थाना फागी जयपुर ग्रामीण होना बताया। ट्रक की तलाषी लेने पर अन्दर अवैघ पोस्त डोडा होना पाया गया। जिस पर ट्रक व मुलजिम को दस्तयाब किया जाकर गहन पुछताछ करने पर गाड़ी के आगे एस्कोटिग करने की जानकारी मिलने पर तुरन्त पिछा कर एक लाल रंग की कार एस्कोर्ट नम्बर त्श्र.01ळ। 2755 आते को पुलिस पार्टी द्वारा रूकवाकर अन्दर बैठे दो व्यक्तियो को दस्तयाब कर नाम पता पुछने पर अपना नाम हड़मानराम पुत्र ठाकराराम जाति जाट निवासी बणाको का बेरा होडु पुलिस थाना सिणधरी व दमाराम पुत्र गोकलाराम जाति जाट निवासी सरणु पुलिस थाना सिणधरी होना बताया तथा ट्रक की एस्कोटिग करना स्वीकार करने पर दोनो को दस्याब किया गया। ट्रक मे छुपाकर ले जा रहे कुल 980 किलोग्राम पोस्त डोडा भारी मात्रा में लाखो रूपये के बरामद करने में महत्वपुर्ण सफलता अर्जित की गई। इस सम्बंध में पुलिस थाना कल्याणपुर पर अग्रीम कार्यवाही की जा रही है।

अपराध / नगर पालिका चेयरमेन के पति हरवीर सहारण की हत्या का मुख्य आरोपी गिरफ्तार

अपराध / नगर पालिका चेयरमेन के पति हरवीर सहारण की हत्या का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
पार्षद हरवीर सहारण का फाइल फोटो

हनुमानगढ़. जिले के रावतसर कस्बे में सोमवार को नगर पालिका चेयरमेन नीलम सहारण के पति और स्थानीय पार्षद हरवीर सहारण की हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने मंगलवार को हिरासत में ले लिया है। सूत्रों के मुताबिक हत्या के बाद रामनिवास महला समेत चार जनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया था। इनमें पुलिस ने रामनिवास को चुरु जिले के तारानगर कस्बे से मंगलवार को पकड़ा। मामले में दो अन्य लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

प्यार का करुण अंत / बच्चों के सामने ही प्रेमी ने की विवाहित प्रेमिका की हत्या


प्यार का करुण अंत / बच्चों के सामने ही प्रेमी ने की विवाहित प्रेमिका की हत्या
मृतक नंदी

सूरत पांडेसरा के पास वडोदर गांव में विवाहित प्रेमिका को उसके प्रेमी ने लाठी से वार से हत्या कर दी। उस समय प्रेमिका के दो बच्चे भी वहीं थे। हत्या के बाद प्रेमी फरार हो गया। पुलिस ने इस संबंध में जांच शुरू कर दी है।

दोनों के बीच विवाद हुआ था: पांडेसरा के वडोद गांव में संजय अपनी पत्नी नंदी और दो बच्चों के साथ रहता है। वह मिल में नौकरी करता है। गणेश नगर में वह किराए के मकान में रहता है। संजय जब ड्यूटी पर गया था, तब रात में नंदी का प्रेमी अजय उसके घर पहुंचा। अजय ने नंदी से शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया। नंदी इसके लिए तैयार नहीं थी। इस पर दोनों में विवाद हुआ, तब अजय ने उसे लाठी इतना मारा कि नंदी बुरी तरह से घायल हो गई।

दोनों मासूम घबरा गए: नंदी घर में दो बच्चों के साथ रहती थी। इस दौरान अजय आया, दोनों के बीच विवाद हुआ। फिर अजय नंदी को मारने लगा, यह देखकर दोनों बच्चे घबरा गए। अजय के सामने वे दोनों कुछ नहीं कर पाए। अब पुलिस नंदी के बेटे को गवाह बनाकर मामले की जांच कर रही है।
3 साल से था प्रेम-संबंध: नंदी और अजय के बीच तीन साल से प्रेम संबंध चल रहा था। दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी थे। दोनों को संजय ने रंगे हाथ पकड़ा भी था। इस पर प्रेमी अजय ने संजय को धमकी भी दी थी। दोनों की संबंधों की जानकारी मिलने के बाद संजय ने 5 घर बदले, पर हर जगह अजय पहुंच जाता था। आखिर इस प्रेम संबध का करुण अंत हुआ।